एलन मस्क ने आखिरकार ट्विटर को खरीदने की डील रद्द कर दी है. वह 44 अरब डॉलर में इस माइक्रो ब्लॉगिंग साइट को खरीदना चाहते थे. रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, दुनिया के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला के सीईओ ने डील रद्द होने के लिए ट्विटर को ही जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि ट्विटर फर्जी अकाउंट्स के बारे में जानकारी देने में नाकाम रहा. विलय समझौते की कई शर्तों को तोड़ने का भी आरोप लगाया. मस्क की इस घोषणा के बाद ट्विटर के शेयर 7 फीसदी तक गिर गए.
16 साल पुरानी सैन फ्रांसिस्को की कंपनी ट्विटर और एलन मस्क के बीच अब लंबी अदालती लड़ाई छिड़ सकती है क्योंकि ट्विटर के चेयरमैन ब्रेट टायलो ने कहा है कि कंपनी बोर्ड ने विलय समझौते को लागू कराने के लिए अदालत का रुख करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि बोर्ड इस समझौते को उन्हीं शर्तों और कीमत पर करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो एलन मस्क के साथ तय हुई थीं.
रॉयटर्स के मुताबिक, एलन मस्क के वकीलों ने एक याचिका में कहा कि बार-बार मांगे जाने पर भी ट्विटर अपने फेक या स्पैम अकाउंट्स की जानकारी देने में विफल रहा या मना कर दिया, जो कंपनी की कारोबारी परफॉरमेंस के लिए जरूरी है. फाइलिंग में ट्विटर पर समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि ऐसा लगता है कि ट्विटर ने गलत और भ्रामक जानकारियां दी थीं, जिन पर भरोसा करके पर मस्क ने विलय समझौता करने का फैसला किया था.
दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क ने अप्रैल में ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदने की घोषणा की थी. उसके बाद कई बार ऐसे मौके आए, जब लगा कि वह इस डील पर कायम रहेंगे या रद्द कर देंगे. बाद में मस्क ने डील को यह कहकर ठंडे बस्ते में डाल दिया था कि जब तक सोशल मीडिया कंपनी यह साबित नहीं कर देती कि उसके स्पैम बॉट अकाउंट कुल यूजर्स का 5% से कम है, तब तक वह डील आगे नहीं बढ़ाएंगे. बताया जा रहा है कि इस सौदे को रद्द करने के लिए एलन मस्क को भारी रकम चुकानी पड़ सकती है. विलय समझौते की शर्तों का पालन न करने पर 1 अरब डॉलर की ब्रेक-अप फीस लगाई जा सकती है.