लंबे समय बाद पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली.जून की बड़ी गिरावट के बाद जुलाई में बाजार फिर से ऊपर चढ़ रहे हैं. इस महीने के पहले हफ्ते यानी पिछले सप्ताह सेंसेक्स ने 1700 अंक से ज्यादा बढ़त दर्ज की है. कल शुक्रवार को सेंसेक्स 303.38 अंक यानी 0.56 फीसदी की बढ़त के साथ 54,481.84 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 87.70 अंक यानी 0.54 फीसदी चढ़कर 16,220.60 केस्तर पर बंद हुआ.
निफ्टी लगभग एक महीने बाद वापस अपने 16,000 के स्तर को रिगेन कर पाया है. एक महीने पहले यानी 10 जून के बाद निफ्टी 16,000 से नीचे चला गया था. अब निफ्टी 50 फिर से अपने इस महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक लेवल के ऊपर ट्रेड कर रहा है. निफ्टी बैंक भी अब 35,000 के ऊपर ट्रेड कर रहा है.
6 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की बढ़त
शेयर बाजार में पिछले तीन दिन की तेजी से निवेशकों की संपत्ति 6.30 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई है. इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 1,300 अंक से ज्यादा चढ़ा है. बाजार में तेजी के साथ बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 6,30,479.15 करोड़ रुपये बढ़कर 2,51,59,998.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
पिछले हफ्ते विदेशी निवेशकों की बिकवाली भी कम हुई है. क्रूड की कीमतों में कमी ने बाजार को सपोर्ट दिया और बाजार ने तेजी दिखाई. हालांकि एक्सपर्ट्स अभी भी बाजार में अनिश्चितता और उतार-चढ़ाव देख रहे हैं. अब आगे भी बाजार की चाल विदेशी निवेशकों की बिकवाली, क्रूड ऑयल और तिमाही नतीजों से तय होगी. शुक्रवार को टीसीएस के रिजल्ट के साथ नतीजों का सीजन शुरू हो गया है
जून में सेंसेक्स 2500 अंक गिरा
भारतीय शेयर बाजार के लिए जून का महीना काफी मुश्किलों में गुजरा है. इस दौरान घरेलू बाजार में भारी उतार-चढ़ाव रहा और निवेशकों का भारी नुकसान उठाना पड़ा. जून की शुरुआत में सेंसेक्स 55,500 के स्तर के ऊपर था लेकिन 20 जून आते आते यह लगभग 4000 अंक गिर गया. सेंसेक्स 51,500 के स्तर के करीब ट्रेड करने लगा. फिर यहां थोड़ी रिकवरी दिखी लेकिन जून के अन्त में सेंसेक्स 53000 के स्तर के नीचे ही रहा. मतलब लगभग दून 2500 अंक की गिरावट रही.