भाजपा की हैदराबाद में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक का आज दूसरा दिन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इस मीटिंग को संबोधित करेंगे, साथ ही पार्टी का राजनीतिक संकल्प भी पेश होगा, जिसके सर्वसम्मति से पारित होने की उम्मीद है. सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के राजनीतिक संकल्प का प्रस्ताव पेश करेंगे. इसके बाद भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री पार्टी के इस संकल्प का अनुमोदन करेंगे.
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक से जुड़े सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि असम के मुख्यमंत्री और नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) के संयोजक हिमंत बिस्व शरमा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पार्टी के ‘राजनीतिक संकल्प’ पर अपने विचार रखेंगे. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बैठक के दूसरे दिन राज्य के राजनीतिक हालात और परिस्थितियों को लेकर एक प्रेजेंटेशन देंगे. आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव प्रस्तावित है.
‘राजनीतिक संकल्प’ क्या होता है?
‘राजनीतिक संकल्प’ एक विजन डॉक्यूमेंट होता है, जिसे आज भाजपा अपनी सबसे बड़ी बैठक में पेश करेगी. इसमें पार्टी की हाल की राजनीतिक सफलताओं के बारे में विस्तार से बताया जाएगा. खासकर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में मिली चुनावी जीत के बारे में इस दस्तावेज में चर्चा होगी. पार्टी प्रधानमंत्री मोदी और उनके नेतृत्व की भी सराहना करेगी, जिसके चलते उन राज्यों में भी आज भाजपा की सरकारें हैं, जो कभी उसके राजनीतिक मानचित्र से गायब रहा करते थे.
इन मुद्दों पर रहेगा फोकस
भाजपा अपने राजनीतिक संकल्प में कई राज्यों में हो रही राजनीतिक हिंसा, विरोधी दलों द्वारा पार्टी और उसकी सरकारों की छवि धुमिल करने की कोशिशों और उससे कैसे निपटना है, इन आयामों पर भी चर्चा करेगी. साल 2014 से 2020 तक भाजपा अध्यक्ष रहते हुए अमित शाह ने पार्टी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. उनके कार्यकाल में पार्टी ने एक के बाद एक कई बड़े चुनाव जीते. पूर्वोत्तर में जिस भारतीय जनता पार्टी का कोई नामोनिशान नहीं होता था, आज वहां के कई राज्यों भाजपा सरकारें हैं. उनके कार्यकाल के दौरान ही हरियाणा और महाराष्ट्र में भी बीजेपी सरकार बनाने में कामयाब रही.
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक के दूसरे दिन सबसे बड़ा फोकस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण होगा. अपने संबोधन में पीएम कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को यह सलाह दे सकते हैं कि कैसे पार्टी संगठन को मजबूत रखते हुए जनसंपर्क पर ध्यान देना है. वह अपनी सरकार की कुछ जनहित योजनाओं के बारे में भी जिक्र कर सकते हैं. साथ ही उनके भाषण में विपक्षी दलों पर कटाक्ष भी सुनने को मिल सकता है. पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पीएम हैदराबाद के परेड ग्राउंड में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे.