रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने कह रहे हैं कि डोनल्ड ट्रंप और किम जोंग की ज़ुबानी जंग स्कूली बच्चों की लड़ाई जैसी है, उन्होंने यह माना कहा, शांत रहकर उत्तर कोरिया के परमाणु सैन्यकरण को देखना अस्वीकार्य है, परन्तु साथ ही कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध छेड़ना भी अस्वीकार्य है, दोनों गर्म दिमाग नेताओं को शांत करने के लिए एक विराम जरुरी है, मौजूदा संकट से राजनीतिक प्रक्रिया के माध्यम से निपटाया जाना चाहिए, जो कि संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की प्रक्रिया का अहम हिस्सा भी है, ज्ञात हो विगत सप्ताहों में राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और किम जोंग के बीच सनकी और पागल जैसे शब्दों का प्रयोग देखा गया। उत्तर कोरिया लगातार सैन्य आयुधों का परीक्षण कर रहा है, वहीँ अमेरिका उसपर प्रतिबन्ध लगाता जा रहा है।
विश्लेषण: उत्तर कोरिया का तानाशाह शासक किम जोंग यह मानता है कि अमेरिका के रवैये से उसे डरने की जरुरत नहीं है, परन्तु सच यह भी है कि अमेरिका अपने हितों और दृढ़ता से पिचले दशक में हटता दिखाई नहीं पड़ा है।