2021-22 में 777 मिलियन टन (million tonnes) के रिकॉर्ड कोयला प्रोडक्शन के बाद चालू वित्त वर्ष में देश के घरेलू कोयला प्रोडक्शन में बढ़ोतरी जारी है. मौजूदा वित्त वर्ष में 31 मई, 2022 तक कुल घरेलू कोयला प्रोडक्शन 137.85 मिलियन टन रहा, जो 2021 में इसी अवधि में 104.83 मिलियन टन प्रोडक्शन से 28.6 फीसदी अधिक रहा. प्रोडक्शन में बढ़ोतरी का यह पैटर्न इस महीने यानी जून में जारी रहने की उम्मीद है.
16 जून, 2022 तक के आंकड़े के देखें, तो कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में कोयला प्रोडक्शन 28 फीसदी बढ़ाया है. चालू वित्त वर्ष में घरेलू कोयला प्रोडक्शन का लक्ष्य 911 मिनियन टन है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 17.2 फीसदी अधिक है. वर्ष 2021-22 में घरेलू कोयला बेस्ड (DCB) पावर प्लांट की ओर से कोयला आयात 8.11 मिलियन टन तक गिर गया, जो पिछले आठ वर्षों में सबसे निचला स्तर है. घरेलू सोर्स से कोयले की मजबूत सप्लाई और घरेलू कोयला प्रोडक्शन में बढ़ोतरी के कारण यह संभव हुआ.
अंतराष्ट्रीय बाजार में कीमत अधिक
लाइवमिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2016-17 से 2019-20 तक आयातित कोयला बेस्ड (ICB) पावर प्लांट ने सालाना 45 मिलियन टन से अधिक कोयले का आयात किया. वहीं, 2021-22 में आईबीसी पावर प्लांट का कोयला आयात 18.89 मिनियन टन के निम्नतम स्तर तक गिर गया. अंतराष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमत अधिक होने के कारण इन प्लांटों ने कम आयात किया.
कोयले का स्टॉक बढ़ेगा
केंद्रीय बिजली मंत्री आरके सिंह ने हाल ही में बताया था कि सरकार मानसून के दौरान बिजली प्लांट में कोयले का स्टॉक बढ़ाकर 40 मिलियन टन करने की तैयारी कर रही है. उनके मुताबिक, फिलहाल बिजली प्लांट के पास करीब 22.9 मिलियन टन का स्टॉक है. उन्होंने कहा था कि हर साल बारिश के मौसम में घरेलू कोयले का प्रोडक्शन गिरता है, जिसके लिए सरकार तैयारी कर रहे हैं.