नई-दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चेन्नई में राशि रु. 31,500 करोड़ रुपये से अधिक की 11 परियोजनाओं का लोकार्पण किया और आधारशिला रखी। ये परियोजनायें क्षेत्र में अवंसरचना विकास में तेजी लायेंगी, संपर्कता बढ़ायेंगी और जीवन सुगमता को गति देंगी। प्रधानमंत्री ने उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुये कहा कि तमिलानाडु आना सदैव अच्छा लगता है। यह भूमि विशिष्ट है। राज्य के लोग, संस्कृति और भाषा असाधारण हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास हो रहा है, उनमें सड़क संपर्कता पर जोर स्पष्ट नजर आ रहा है, ऐसा इसलिये क्योंकि यह सीधे आर्थिक समृद्धि से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेस-वे दो प्रमुख केंद्रों को जोड़ेगा तथा चेन्नई बंदरगाह से मदुरावोयाल को जोड़ने वाली डबल-डेकर एलीवेटेड सड़क से चेन्नई बंदरगाह की कार्यक्षमता बढ़ेगी और शहर में भीड़-भाड़ कम होगी। भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये आधुनिकीकरण और विकास किया जा रहा है। साथ ही,यह स्थानीय कला और संस्कृति में घुल-मिल जायेगा। उन्होंने कहा कि मदुरै-टेनी रेलवे आमान परिवर्तन परियोजना से किसानों को सहायता मिलेगी, क्योंकि तब उन्हें नये बाजार मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने 2960 करोड़ रुपये से अधिक की पांच परियोजनाओं का लोकार्पण किया। पचहत्तर किलोमीटर लंबी मदुरै-टेनी (रेल आमान परिवर्तन) परियोजना 500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनी है, जो क्षेत्र में आवागमन को सहज बनायेगी और पर्यटन को बढ़ावा देगी। इसी तरह 590 करोड़ रुपये से अधिक परियोजना-लागत से तैयार तंबरम-चेंगलपट्टू के बीच 30 किमी लंबी तीसरी रेलवे लाइन से और अधिक उपनगरीय रेल सेवायें चलाने में सहायता मिलेगी। इस तरह यात्रियों को ज्यादा विकल्प मिलेंगे और सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। ईटीबी पीएनएमटी प्राकृतिक गैस पाइपलान के 115 किमी लंबे एन्नोर-चेंगलपट्टू सेक्शन और 271 किमी लंबे तिरुवल्लुर-बेंगलुरु सेक्शन को क्रमशः लगभग 850 करोड़ रुपये और 910 करोड़ रुपये की परियोजना-लागत से तैयार किया गया है। इससे उपभोक्ताओं सहित तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के उद्योगों को भी प्राकृतिक गैस की आपूर्ति की सुविधा मिलेगी। कार्यक्रम में 1152 मकानों का उद्घाटन भी किया गया, जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के तहत 116 करोड़ रुपये की लागत से लाइट हाउस परियोजना-चेन्नई के अंग के रूप में निर्मित किया गया है। प्रधानमंत्री ने छह परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिन्हें 28,540 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जाना है। इसके तहत 262 किमी लंबा बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेस-वे 14,870 करोड़ रुपये से अधिक लागत से बनाया जायेगा। यह एक्सप्रेस-वे कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु से होकर गुजरेगा तथा बेंगलुरु और चेन्नई के बीच सफर का समय 2-3 घंटे कम हो जायेगा। चार लेन वाली डबल-डेकर एलीवेटेड सड़क चेन्नई बंदरगाह से मदुरावोयाल (एनएच-4) को जोड़ेगी। इसकी लंबाई लगभग 21 किमी है। इसे 5850 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जायेगा। इसके जरिये वाहनों को चौबीसों घंटे चेन्नई बंदरगाह तक पहुंचने में सुविधा होगी। इसी तरह एनएच-844 के 94 किमी लंबे और चार लेन वाले नेरालुरु से धरमपुरी सेक्शन तथा एनएच-227 पर वाहनों के रुकने की सुविधा से लैस दो लेन वाले मीनसुरुत्ती से चिदंबरम सेक्शन का निर्माण क्रमशः लगभग 3870 करोड़ रुपये और 720 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इनके निर्माण से क्षेत्र में निर्बाध कनेक्टीविटी मिलने में सहायता होगी। कार्यक्रम के दौरान पांच रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिये आधारशिला भी रखी गई, जिनमें चेन्नई एगमोर, रामेश्वरम, मदुरै, कटपाडी और कन्याकुमारी शामिल हैं। यह परियोजना 188 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पूरी की जायेगी। इस परियोजना का उद्देश्य है कि आधुनिक सुविधायें प्रदान की जायें, ताकि यात्रियों को यात्रा में कोई कठिनाई न हो और उनकी यात्रा आराम से पूरी हो। प्रधानमंत्री ने चेन्नई में लगभग 1430 करोड़ रुपये के मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक पार्क की भी आधारशिला रखी। इसके जरिये निर्बाध और सरल बहु-विध माल आवागमन सहित कई तरह की अन्य सुविधायें मिलेंगी।
इस अवसर पर तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन और अन्य लोग उपस्थित थे।
तमिलनाडु में प्रधानमंत्री ने 31,500 करोड़ रुपये से अधिक की 11 परियोजनाओं का किया लोकार्पण रखी आधारशिला|
भारत सरकार सर्वश्रेष्ठ और सतत अवसंरचना निर्माण पर पूरा ध्यान दे रही है: नरेन्द्र मोदी