गेंहू के निर्यात ( Wheat Export) पर भारत सरकार के फैसले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेंहू के दाम रिकॉर्ड लेवल पर जा पहुंचा है. यूरोपीय बाजारों ( European Markets) में गेंहू के दाम 435 यूरो यानि 453 डॉलर प्रति टन पर जा पहुंचा है. पहले से रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद गेंहू के दामों में आग लगी थी. अब घरेलू बाजार में गेंहू के बढ़ते दामों पर नियत्रंण लगाने के लिए भारत सरकार ने गेंहू के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के फैसले के बाद गेंहू के दाम आसमान पर जा पहुंचा है.
रूस यूक्रेन युद्ध से बढ़ा संकट
आपको बता दें गेंहू के कुल एक्सपोर्ट में यूक्रेन की हिस्सेदारी 12 फीसदी थी जो युद्ध के चलते प्रभावित हुई है. ऐसे में भारत से बड़ी मात्रा में गेंहू निर्यात किया जा रहा था. किसान एमएसपी पर गेंहू बेचने की बजाये ज्यादा कीमत में ट्रेडर्स को बेच रहे थे. जिससे सरकारी खरीद में बड़ी गिरावट आ गई. ऐसे में सरकार के फूड सिक्योरिटी मिशन को खतरा पैदा हो गया था. मार्च महीने से देश में पड़ रहे भीषण गर्मी के चलते गेंहू के उत्पादन में कमी आ गई जिसके बाद सरकार ने गेंहू के निर्यात को बैन किया है. भारत दुनिया का दूसरा गेंहू का सबसे बड़ा उत्पादक देश है.
सरकार से इजाजत के बाद एक्सपोर्ट
हालांकि सरकार ने भरोसा दिया है कि 13 मई से पहले जो गेंहू निर्यात को लेकर कॉंट्रैक्ट किया गया है उस वादे को पूरा किया जाएगा. लेकिन भविष्य में किसी भी शिपमेंट के लिए सरकार से इजाजत लेनी होगी. अगर किसी देश की सरकार की तरफ से गेंहू की मांग की जाती है तो सरकार उस देश के फूड सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए एक्सपोर्ट की इजाजत दे सकती है.
पोर्ट्स पर गेंहू से लदे ट्रक खड़े
वहीं सरकार के गेंहू निर्यात पर अचानक बैन के फैसले से कांडला, काकीनाडा, पोर्ट पर गेंहू से लदे ट्रक बड़ी संख्या में खड़े हैं इन ट्रकों में लदे गेंहू को एक्सपोर्ट किया जाना था.