देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड ने जब से एचडीएफसी बैंक में विलय की घोषणा की है तब से इसके शेयर लगातार गिर रहे हैं. इसकी वजह से ये अब शेयर बाजार की टॉप-10 मूल्यवान कंपनियों की लिस्ट से भी बाहर हो गई है.
एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर का भाव 4 अप्रैल 2022 के बाद से करीब 19 फीसदी गिर चुका है. इस वजह से इस हाउसिंग फाइनेंस कंपनी का मार्केट कैप 90,000 करोड़ रुपये घट चुका है. इसी दिन एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में विलय की घोषणा हुई थी. पिछले एक साल में इसके शेयर में 12.24 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है.
11वें नंबर पर फिसली
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से एचडीएफसी लिमिटेड अब शेयर बाजार की टॉप-10 कंपनियों में शुमार नहीं रह गई है. यह फिसल कर 11वें नंबर पर पहुंच गई है. इसकी बाजार पूंजी घटकर 3.92 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. टॉप-10 कंपनियों की लिस्ट में अब रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, अडानी ग्रीन एनर्जी, एसबीआई, भारती एयरटेल और बजाज फाइनेंस लिमिटेड शामिल है. एचडीएफसी लिमिटेड के सूची से बाहर होने पर बजाज फाइनेंस की इसमें नई एंट्री हुई है.
मंगलवार को भी एचडीएफसी लिमिटेड के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. दोपहर के कारोबार तक इसमें 4.52 फीसदी की कमजोरी दर्ज की गई. दिन के डेढ़ बजे के आसपास एनएसई में इसके शेयर का भाव फिसल कर 2,161.25 रुपये पर पहुंच गया.
इसी तरह, एचडीएफसी बैंक के शेयर में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. अब तक एचडीएफसी बैंक के निवेशकों के 1.67 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो चुके हैं. यानी इसके मार्केट कैप में 1.67 करोड़ रुपये की कमी हो चुकी है.