भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर (Jammu kashmir) में नियंत्रण रेखा (LoC) पर तैनात अपने स्नाइपर को फिनलैंड निर्मित अत्याधुनिक राइफल साको टीआरजी-42 ( Sako TRG 42 Rifle) से लैस किया है, जो डेढ़ किलोमीटर तक प्रभावी निशाना लगा सकती है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘आधुनिक स्नाइपर राइफल को भारतीय सेना में शामिल किया जा रहा है,जिसका नाम है, साको .338 टीआरजी-42.’’
अधिकारी ने कहा कि साको .338 टीआरजी-42 की रेंज, मारक क्षमता और दूरबीन से देखने की क्षमता विरोधी सेना के पास मौजूद राइफल के मुकाबले बहुत अच्छी है. उन्होंने कहा कि एलओसी पर तैनात स्नाइपर को नई राइफल के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
अधिकारी ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर सेना की संचालन संरचना में परिवर्तन के बीच, इस कदम से भारतीय स्नाइपर पहले के मुकाबले अधिक घातक हो गये हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) और एलओसी पर अग्रिम इलाकों में सेना की गश्त की राह में स्नाइपिंग (दूर से निशाना लगाना) सबसे बड़े चुनौती है.
एलओसी पर वर्ष 2018 और वर्ष 2019 के बीच स्नाइपिंग की घटनाएं बढ़ने के मद्देनजर भारतीय सेना ने बढ़िया गुणवत्ता की स्नाइपर राइफलें सेना में शामिल करके इसका प्रशिक्षण भी दिया.