भारत और संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई (UAE) पिछले महीने हुए कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट यानी सीईपीए (CEPA) के तहत इन्वेस्टमेंट, ट्रेड प्रमोशन एवं सुविधा पर एक टेक्निकल काउंसिल (Technical Council) का गठन करने के लिए रविवार को सहमत हुए.
5 सालों में व्यापार 100 अरब डॉलर होने की उम्मीद
दोनों देशों के बीच सीईपीए पर हस्ताक्षर 18 फरवरी को हुए थे. इस एग्रीमेंट से अगले 5 साल में दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार 100 अरब डॉलर पर पहुंचने और लाखों रोजगार के अवसरों के सृजन की उम्मीद है. इस तरह के एक एग्रीमेंट के तहत, दो व्यापारिक साझेदार अपने बीच व्यापार के माल की अधिकतम संख्या पर कस्टम ड्यूटी को कम या समाप्त कर देते हैं.
DPIIT के संयुक्त सचिव करेंगे अध्यक्षता
रविवार को जारी किए गए सीईपीए के टेक्स्ट के मुताबिक, ‘‘यूएई की ओर से काउंसिल की अध्यक्षता वित्त मंत्रालय के अवर सचिव या उनके द्वारा अधिकृत प्रतिनिधि करेंगे वहीं भारत सरकार के डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड यानी डीपीआईआईटी (DPIIT) के संयुक्त सचिव इसकी अध्यक्षता करेंगे.’’
यूएई में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने कहा, ”UAE और भारत एक दूसरे के व्यापार भागीदारी में टॉप 3 में आते हैं और हमारा द्विपक्षीय व्यापार भी करीब 60 बिलियन डॉलर का है. हमारा अनुमान है कि अगले 5 सालों में हम इसे 100 बिलियन डॉलर पर ले जाएंगे.”