हम सभी ने कोरोना महामारी को न केवल झेला है बल्कि गवाह रहे हैं कि किस तरह एक वायरस ने पूरी दुनिया के सिस्टम को कैसे तहस-नहस कर दिया. कितने लोग असमय दुनिया छोड़ गए, लाखों लोगों के काम-धंधे चौपट हो गए, तमाम लोगों की नौकरियां चली गईं और बहुत से लोगों की सैलरी कम हो गई. ऐसे में सिर्फ और सिर्फ काम आया तो वह था पैसा और व भी बचत किया हुआ पैसा.
हालांकि अब हालात सुधर रहे हैं, लेकिन फिर कौन-सी मुसीबत सिर आकर बैठ जाए, हमें हमेशा इसके लिए तैयार रहना चाहिए. जैसे- रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग. अब दो देशों की इस लड़ाई में दुनिया की अर्थव्यवस्था हिली हुई है. इसलिए जरूरी है कि खर्चों को काबू में रखते हुए बचत को बढ़ाया जाए. यहां हम आपको कुछ तरीके बता रहे हैं जिनसे आप अपने खर्चों में कमी लाकर बचत को बढ़ा सकते
बचत और सिर्फ बचत (Start Saving)
तमाम आदतों की तरह ही हमारे अंदर बचत करने की भी आदत होनी चाहिए. जब भी सैलरी मिले सबसे पहले उसमें से बचत का हिस्सा निकालें. फिर बचे हुए पैसों से पूरे महीने का खर्च चलाएं. बहुत से लोग तमाम खर्चे काटने के बाद बचे पैसों को बचत में लगाते हैं. इस नियम को उल्टा कर दें. पहले बचत करें फिर खर्चे. इसलिए आपका फोकस बचत पर होना चाहिए. समझ लें कि कुछ दिन मौज-मस्ती ना करके खर्चों को कंट्रोल किया और पैसा बचाया.
खर्चों पर कंट्रोल रखें (Avoid impulse spending)
हर महीने घर का बजट तैयार करें और गैर जरूरी खर्चों पर क्रॉस का निशान लगाएं. केवल बहुत जरूरी खर्चों को ही घर के बजट में शामिल करें. खर्चों को कम करने का एक और तरीका है- ब्रांडिंग से दूर रहना. ब्रांडेड कपड़े, जूते या अन्य सामान इसलिए खरीदते हैं क्योंकि इनमें क्वालिटी का भरोसा होता है. लेकिन इसके लिए हमें ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है.
स्मार्ट खरीदारी (Shopping Rules)
जब भी खरीदारी करने जाएं लिस्ट बनाकर ले जाएं. इस तरह आप बेवजह की खरीद से बच सकते हैं. मॉल से खरीदारी करने के बचें. क्योंकि वहां से हम कई चीजें बिना जरूरत के भी खरीद लाते हैं. कोई भी बड़ी खरीद करने से पहले कुछ दिन रुकें. कई बार ऐसा होता है कि कोई चीज आज तो जरूरी लग रही है, लेकिन कुछ दिन बाद उसकी जरूरत नहीं होती है. इसलिए बड़ी शॉपिंग को कुछ दिन के टाल दें.