आज पंचकुला में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को बलात्कार का अपराधी घोषित करते हुए न्यायालय ने कैद की सजा सुना दी। सजा के पहले और सजा के बाद अंदेशे से अंजाम तक की आहट और पदचाप सुनाई दे रहे थे। मीडिया के टेलीविजन प्रसारण का माध्यम ओ वी वैन भीड़ जो की राम रहीम के समर्थक बताये जा रहे ने फूंक डाली।
इस अप्रत्याशित घटना का मीडिया ट्रायल शुरू हो चुका और २२ लोग मारे गए १०० ज्यादा जख्मी हुए की खबर के साथ साथ मनोहर लाल खट्टर और उनके मंत्रियों की राम रहीम के साथ पहले की खींची फोटो को आज दिखाकर खट्टर को घटना का आरोपी साबित करते हुए कुछ चैनल उनसे स्तीफा मांग रहे है।
कौन सा जन नेता ऐसा है जो जनता की आस्था बने व्यक्ति की शरण लेकर जनता के वोट पाने की कोशिश नहीं करता ? और ऐसे समय किसी भी कार्यक्रम की खींची गई फोटो का आज स्तेमाल करना किसी घटिया पत्रकारिता के भौंडे प्रदर्शन से ज्यादा और कुछ नहीं।
श्री मनोहर लाल खट्टर यदि फोटो में है दाउद की भी तस्वीरें नेताओ के साथ है, भिंडरांवाले की भी थी और वीरप्पन की भी।
जो हुआ गलत हुआ और मीडिया किसी षड्यंत्र का हिस्सा न बनाये इसे।