कोरोना वायरस (Coronavirus) के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) को भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना (CJI NV Ramana) ने साइलेंट किलर करार दिया है. दरअसल उन्होंने यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में पूर्ण रूप से फिजिकल हियरिंग से जुड़ी एक अपील के दौरान की. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष यह मांग रखी थी.
वरिष्ठ वकील विकास सिंह की इस अपील पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना ने कहा कि, ओमिक्रॉन वेरिएंट एक साइलेंट किलर है और मूल वेरिएंट की तुलना में इससे स्वस्थ होने में अधिक समय लगता है. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि देश में कोरोना के 15 हजार नए केस आए हैं.
वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने कहा कि, ओमिक्रॉन हल्के लक्षण वाला वेरिएंट है. इस पर सीजेआई ने जवाब देते हुए कहा कि, वे कोरोना की पहली लहर में कोविड से संक्रमित होने पर 4 दिन के अंदर स्वस्थ हो गए थे, लेकिन तीसरी लहर में काफी समय लगा.
चीफ जस्टिस एनवी रमना ने कहा कि, ओमिक्रॉन एक साइलेंट किलर है. कोरोना की पहली लहर में, मैं इस वायरस से संक्रमित हुआ था, लेकिन 4 दिन में स्वस्थ हो गया. लेकिन अब इस मौजूदा लहर में मुझे 25 दिन हो गए हैं और मैं अभी तक अस्वस्थ हूं. वहीं एनवी रमना की इस प्रतिक्रिया के जवाब में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि, इस मामले में आप दुर्भाग्यशाली रहे हैं, लेकिन लोग स्वस्थ हो रहे हैं. इस पर सीजेआई ने कहा कि, हम देखेंगे.
बता दें कि 2020 में कोरोना महामारी के बाद से सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल हियरिंग पर रोक लगा दी गई थी और अदालत में होने वाली सुनवाई वर्चुअल माध्यम से हो रही थी. हालांकि कोविड-19 मामलों में कमी आने के बाद सर्वोच्च न्यायालय में सप्ताह में दो बार फिजिकल हियरिंग होने लगी है, लेकिन बार एसोसिएशन की मांग है कि कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद अब कोर्ट में सुनवाई पूर्व की तरह
हो.