गुजरात (Gujarat) के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट (Ahmedabad) के बाद इंडियन मुजाहिदीन और सिमी की कमर तोड़ने के लिए जो अभियान चलाया, वो आज अपने अंतिम मुकाम पर पहुंच गया है. 26 जुलाई 2008 को हुए ब्लास्ट के मामले में आईएम और सिमी से जुड़े 38 दोषियों को आज फांसी की सजा हुई. अहमदाबाद की विशेष अदालत ने इस मामले में कुल 49 आरोपियों को दोषी माना है. UAPA के तहत मामला चला. 38 को फांसी के साथ ही 11 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा हुई है. ये ग्यारह जब तक जिंदा रहेंगे, जेल में ही रहेंगे. सीरियल ब्लास्ट में 56 लोगों की मौत हुई थी व 250 से अधिक घायल हुए थे.
ब्लास्ट के अगले ही दिन मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी ने राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई थी. गृह विभाग के कैबिनेट मंत्री का चार्ज उन्हीं के पास था, जबकि अमित शाह उनकी सरकार में गृह राज्यमंत्री थे. मोदी ने तब कहा था कि इस मामले की तह तक जाना है जल्द, बिना देर. मोदी ने कहा था कि अगर गुजरात पुलिस ये केस क्रैक कर लेती है, तो ये सिर्फ गुजरात की नहीं, बल्कि देश की बड़ी सेवा होगी. मोदी रोजाना गुजरात पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक करते रहे, जांच की दशा और दिशा की समीक्षा करते रहे. आखिरकार बीस दिनों में ही इस मा्मले की साजिश से पर्दा उठ गया.