वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी, 2022 को वित्त वर्ष 2022-23 (FY23) के लिए आम बजट (Budget 2022-23) पेश करने वाली हैं. वहीं, बजट से ठीक 3 दिन पहले मोदी सरकार ने डॉ वी अनंत नागेश्वरन (Dr V Anantha Nageswaran) को चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर यानी सीईए (Chief Economic Advisor) नियुक्त किया है. दिसंबर 2021 में केवी सुब्रमण्यन (KV Subramanian) का कार्यकाल खत्म होने के बाद से ये पद खाली पड़ा हुआ था. सुब्रमण्यन 3 साल तक देश के सीईए रहे.
जानिए कौन हैं नागेश्वरन
डॉ. वी अनंत नागेश्वर को बिजनेस और आर्थिक मामलों का व्यापक अनुभव है. उन्होंने 1985 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजेमेंट (IIM), अहमदाबाद से एमबीए की पढ़ाई की थी. फिर, 1994 में यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स से फाइनेंस में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की. कई प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट इंस्टीट्यूशंस के लिए रिसर्च वर्क में स्विट्जरलैंड में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई है.
वह अक्टूबर 2018 से दिसंबर 2019 तक आईएफएमआर ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन रह चुके हैं. अक्टूबर 2019 में उन्हें इंडिया में प्रधानमंत्री के इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल का पार्ट-टाइम मेंबर भी नियुक्त किया गया था. उन्होंने 2 साल तक यह जिम्मेदारी निभाई. वह क्रेडिट सुइस एजी और जूलियस बेयर ग्रुप के एग्जिक्यूटिव भी रह चुके हैं.
पॉलिसी बनाने की जिम्मेदारी
अगर नागेश्वर को सीईए नियुक्त किया जाता है तो उन पर ग्रोथ के रास्ते पर लौट रही इंडियन इकोनॉमी के लिए अहम पॉलिसी बनाने की जिम्मेदारी होगी. सीईओ का पद फाइनेंस मिनिस्ट्री में सेक्रेटरी के बराबर होता है. उसका काम आर्थिक मसलों पर सरकार को राय देने के साथ ही अर्थव्यवस्था के रास्ते में आने वाली अड़चनों की पहचान करना और उन्हें दूर करने के रास्ते सुझाना होता है.