रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा गैर तकनीकी श्रेणियों आरआरबी-एनटीपीसी के लिए परीक्षाओं में कथित विसंगतियों के विरोध में बिहार एवं उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में छात्रों के हंगामे और हिंसक प्रदर्शन के बाद शुक्रवार को इसी मुद्दे पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में अहम बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में रेल मंत्री समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे. जानकारी के मुताबिक 2004 से अब तक रेलवे में कितनी भर्तियाँ हुईं और इसका क्या प्रक्रिया रही… बैठक में इसकी भी जानकारी मांगी गई है.
रेलवे ने एक उच्च स्तरीय समिति भी बनाई है, जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी. रेलवे ने कहा था, “परीक्षार्थियों ने आरआरबी द्वारा 14-15 जनवरी 2022 को जारी एनटीपीसी की केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचना (सीईएन 01/2019) के प्रथम चरण के कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) के नतीजों के संबंध में जो चिंताएं और शंकाएं जाहिर की हैं, उन पर गौर करने के लिए एक उच्च अधिकार समिति का गठन किया गया है.”
रेलवे ने जांच के लिए बनाई समिति
रेलवे प्रवक्ता के मुताबिक, समिति प्रथम चरण के सीबीटी के नतीजों के साथ-साथ उस कार्य प्रणाली का विश्लेषण करेगी, जिसके आधार पर आवेदकों का दूसरे दौर के सीबीटी के लिए चयन किया गया था. प्रवक्ता ने बताया कि विश्लेषण प्रक्रिया में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चयनित आवेदकों पर कोई असर न पड़े, न ही सीईएन आरआरसी 01/2019 में दूसरे चरण के सीबीटी का समावेशन प्रभावित हो. रेलवे ने एक मेल आईडी भी जारी किया है जिसके जरिये परीक्षार्थी समिति से अपनी चिंताएं और सुझाव साझा कर सकते हैं.
छात्र संगठनों ने बुलाया बिहार बंद, विपक्षी दलों का मिला समर्थन
इस बीच, आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा प्रक्रिया विरोध में छात्र संगठनों द्वारा आहूत बिहार बंद के समर्थन में विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार प्रदर्शन किया और ट्रेनों को बाधित करने के साथ सड़क पर टायर जलाया. बिहार की राजधानी पटना में भिखना पहाड़ी मोड़ पर राजद कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए.
प्रदर्शकारियों ने रोकी ट्रेन, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
दरभंगा रेलवे स्टेशन पर अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) और बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली जाने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया. प्रदर्शकारी ट्रेन को रोककर पटरी पर ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे जिन्हें रेल पुलिस द्वारा समझाने का प्रयास किया जा रहा है. बेगूसराय में राजद, आइसा, जाप समेत अन्य विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर धरना देने से यातायात बाधित रहा.
क्या है मामला
एनटीपीसी परीक्षा में करीब 1.25 करोड़ अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिसका परिणाम इस महीने की शुरुआत में आया था. रेलवे ने पहले कहा था कि वह 35,281 पदों को भरने पर विचार कर रहा है. इनमें से 13 श्रेणियों में 24,281 पद स्नातक के लिए थे और छह श्रेणियों में 11,000 पद गैर-स्नातक के लिए थे. इन 13 श्रेणियों को सातवें केंद्रीय वेतन आयोग के वेतनमान स्तर (स्तर 2, 3, 4, 5 और 6) के आधार पर पांच समूहों में विभाजित किया गया था. इन पदों में ट्रेन असिस्टेंट, गार्ड, जूनियर क्लर्क, समयपाल और स्टेशन मास्टर शामिल हैं.
लेवल 2 की नौकरी पाने पर शुरुआती वेतन लगभग 19,000 रुपये है और इसके लिए कक्षा 12 पास होना आवश्यक है. स्टेशन मास्टर जैसे लेवल-6 के पद के लिए स्नातक होना जरूरी है, लेकिन शुरुआती वेतन लगभग 35,000 रुपये है. उम्मीदवारों का आरोप है कि पिछले साल आयोजित कंप्यूटर आधारित टेस्ट-1 के दौरान लेवल 2 की परीक्षा में उच्च योग्यता वाले उम्मीदवार बैठे.