बुनियादी ढांचा क्षेत्र की कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एमईआईएल) ने रविवार को कहा कि उसने 18 किलोमीटर लंबी जोजिला सुरंग परियोजना (Zojila Pass Tunnel) के तहत पांच किलोमीटर लंबी सुरंग का काम रिकॉर्ड 14 महीने में पूरा कर लिया है.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) की इस परियोजना का मकसद श्रीनगर और लद्दाख के बीच पूरे साल बिना किसी रुकावट के संपर्क सुनिश्चित करना है. इस परियोजना को एमईआईएल क्रियान्वित कर रही है.
जोजिला सुरंग के बारे में उन्होंने कहा कि यह न केवल एशिया में द्विदिशा वाली सबसे बड़ी सुरंग होगी, बल्कि 11,575 फुट की ऊंचाई पर यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग भी होगा. जोजिला पास से यात्रा का समय अभी 3.5 घंटे है. सुरंग के जरिये यह घटकर 15 मिनट रह जाएगा.
इसके निर्माण से पहले नार्वे, स्वीडन, इटली और फ्रांस में बनी सुरंगों का अध्ययन किया गया है. इसके लिए भारत से कई टीमें इन देशों में गईं और वहां पर रहकर अध्ययन किया. उनकी तकनीक को समझा. इसके बाद काम शुरू हुआ है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले साल जेड मोड़ सुरंग के निर्माण कार्य को देखा था. उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर में 20 टनल और लेह लद्दाख में 12 टनल बन रही हैं, इसकी लागत 1.5 लाख करोड़ है. श्रीनगर कटरा मार्ग एक्सप्रेस वे दिल्ली मुम्बई से लिंक होगा. गडकरी ने कहा कि जेड मोड़ केवल ट्रेलर है, फ़िल्म जोजिला टनल है. जेड मोड़ टनल का टेंडर 4 बार रद्द हो चुका था, पांचवी बार काम पूरा हो रहा है.(