s of India) को अंजाम देने के मकसद से बम ब्लास्ट करवाने के लिए लगातार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (ISI operatives) सहित वहां के आतंकियों के संपर्क में है. लिहाजा उससे जुड़े भारतीय कनेक्शन को खंगाला जा रहा है. जल्द ही इस मसले पर कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी सम्भव है.
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA) द्वारा जर्मनी में रह रहे जसविंदर सिंह मुल्तानी के खिलाफ दो दिन पहले ममाला दर्ज करने के बाद अब तफ़्तीश शुरू कर दी गई है. जर्मनी में रहने वाले (Germany based) आरोपी जसविंदर सिंह मुल्तानी (Jaswinder Singh Multani) पर आरोप है कि वो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाली संस्था सिख फ़ॉर जस्टिस (Sikhs for Justice) के इशारे पर और उनलोगों की मदद से भारत में पिछले काफी समय से ड्रग्स और हथियारों की सप्लाई में जुटा हुआ है.
युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काने में लगा है मुल्तानी
इसके साथ ही मुल्तानी सोशल मीडिया के मार्फत पंजाब के युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काने, पंजाब में लोगों को भड़काने (Revive Terrorism in Punjab) और देश विरोधी गतिविधियों (Radicalizing, Motivating & Recruiting Youths in Punjab) को अंजाम देने के एवज में पैसों समेत अन्य मदद देने का अवश्वासन देकर उसे आतंकी बनाने की कोशिश में जुटा हुआ है. ये अपने कई खालिस्तानी गुर्गों द्वारा (Several other pro-Khalistani Elements) पाकिस्तान से सटे भारतीय सीमा के अंदर ड्रोन के मार्फत इस तरह के तस्करी के मामलों को अंजाम दे रहा है.
मुल्तानी के लिए काम करने वालों की तफ्तीश शुरू
इस मामले में वो कौन-कौन से लोग हैं जो पंजाब और कश्मीर इलाके में रहते हैं जो जसविंदर सिंह मुल्तानी और सिख फ़ॉर जस्टिस संस्था के लिए काम करने वाले आरोपी हैं, उसकी पहचान के लिए तफ़्तीश शुरू हो गई है. जांच एजेंसी इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट को तैयार करने के बाद ही जर्मनी जाएगी और जर्मनी में रह रहे आरोपी जसविंदर सिंह मुल्तानी के खिलाफ रिपोर्ट वहां की पुलिस प्रशासन को देगी जिससे कि उसे गिरफ्तार करने के बाद भारत में प्रत्यर्पित कराने में मदद मिल सके.
सिख फ़ॉर जस्टिस संस्था के प्रमुख पन्नू का दावा निकला फर्जी
कुछ दिनों पहले जब जर्मनी की पुलिस द्वारा जसविंदर सिंह मुल्तानी को जब हिरासत में लिया गया, फिर कई घंटों के बाद जब उसे छोड़ा गया था, तब सिख फ़ॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी करके ये बताने की कोशिश की थी कि जसविंदर सिंह तो अपने घर में आराम कर रहा है और उसे पुलिस द्वारा हिरासत में लेने की खबर एकदम झूठी है.
लेकिन अब जांच एजेंसी द्वारा ये जानकारी मिल रही है कि जिस वक्त मुल्तानी को जर्मन पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया था, उस वक्त उसने लिखित तौर पर एक शपथपत्र (Agreement) दिया था कि जब भी उसे पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा, वो पूछताछ की प्रक्रिया में हिस्सा लेगा और वो जर्मन पुलिस की मदद करेगा. मुल्तानी पिछले काफी समय से जर्मनी में रहकर भारत में हथियारों- गोला बारूद और नकली करेंसी की तस्करी के लिए फंड इकट्ठा करने (Raising Funds To Procure Arms, Ammunition & Explosives) में जुटा हुआ है.