रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody’s Investor Service) ने अपनी रिपोर्ट में भारत में आर्थिक ग्रोथ में मजबूत रिकवरी होने का अनुमान लगाया है. रेटिंग एजेंसी ने वित्त वर्ष 2021-2022 (FY22) के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान 9.3 फीसदी रहने की उम्मीद जताई है जबकि वित्त वर्ष 2022-2023 (FY23) में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.9 फीसदी रहने की बात कही है. रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कोरोना वैक्सीनेशन में तेज रफ्तार भारत की आर्थिक गतिविधियों में वापसी के लिए मददगार साबित होगी.
कोरोना की दूसरी लहर के बाद वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार
मूडीज की एनालिस्ट श्वेता पटोदिया ने कहा कि भारत में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान की तेज गति से आर्थिक विकास को गति मिल रही है. रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में हाल ही में रिकॉर्ड वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल किया है. कोरोना की दूसरी लहर के बाद भारत में वैक्सीनेशन प्रोग्राम की रफ्तार तेज हुई है.
मूडीज ने कहा कि अगर देश कोविड-19 की एक और लहर का सामना करना पड़ता है तो कंज्यूमर सेंटिमेंट में गिरावट का खतरा है. इससे आर्थिक गतिविधियों और कंज्यूमर डिमांड को बड़ा झटका लगेगा.
RBI ने 9.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का लगाया है अनुमान
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में 9.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया है, जबकि औसत अनुमान 8.5 से 10 फीसदी के बीच है. सरकार का अनुमान करीब 10 फीसदी है. वित्त वर्ष 2021-22 की जून तिमाही में जीडीपी 20.1 फीसदी बढ़ी.