चीन (China) में कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) के मामलों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है. देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़े मामलों के मद्देनजर प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है. इसी क्रम में सरकार ने आम लोगों से रोजमर्रा की जरूरतों का सामान इकट्ठा करने को कहा है. दरअसल कोरोना के आउटब्रेक के बाद से ही चीन ‘जीरो कोविड’ की अवधारणा पर बेहद सख्त प्रतिबंध लगाता रहा है.
हालांकि चीनी सरकार द्वारा सख्त नियम लगाए जाने के बावजूद अब तक देश में महामारी की कई लहर आ चुकी हैं. देश में इस वक्त 31 में से 19 राज्यों में कोरोना के नए मामले मिल चुके हैं.
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीनी वाणिज्य मंत्रालय के एक आदेश के मुताबिक लोगों से रोजमर्रा का सामान इकट्ठा करने लेने की बात कही गई है. माना जा रहा है कि जल्द ही देश में महामारी की रफ्तार को थामने के लिए सख्त लॉकडाउन जैसा कदम उठाया जा सकता है. हालांकि ये फैसला विभिन्न इलाकों में कोरोना मरीजों की संख्या पर आधारित होगा. यानी जहां पर संक्रमण ज्यादा दिखेगा वहां पर सख्त नियम लगाए जा सकते हैं.
कम आबादी वाले क्षेत्रों में भी कोरोना ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए
कोविड-19 के ताजा मामलों का पता चलने के बाद चीन आने वाले 2,000 से अधिक पर्यटकों को दो सप्ताह के क्वारंटाइन से गुजरने के लिए होटलों में भेज दिया गया है. यह कदम बताता है कि पर्यटकों को आकर्षित करने वाले चीन के विशाल और कम आबादी वाले क्षेत्रों में भी कोरोना ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं.
बढ़ते संक्रमण के बीच चीनी सरकार ने उन सभी बंदरगाहों पर कड़ी चौकसी बरतने की मांग की है, जहां से पर्यटक देश में प्रवेश करते हैं.
चीन का तरीका पश्चिमी देशों से अलग
चीन में वायरस को फैलने से रोकने में नीति की सफलता कई पश्चिमी देशों की स्थितियों के विपरीत है. पिछले साल की तुलना में, लगभग 1.60 अरब की आबादी के बीच आधिकारिक तौर पर 100,000 से कम मामले दर्ज किए गए हैं. कम-से-कम 4,634 लोगों की मौत हो चुकी है. अमेरिका के साथ तुलना में, इसने लगभग 4.6 करोड़ मामले और 740,000 से अधिक मौतों की सूचना दी. यूके में लगभग 90 लाख मामले और 140,000 से अधिक मौतें हुई हैं.