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जानें फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन क्यों है जरूरी.

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अल्ट्रासाउंड प्रेग्नेंसी के दौरान होना सबसे आम है. प्रेग्नेंसी (Pregnancy) की शुरुआत में और बीच में बच्चे की स्थिति को जानने के लिए अल्ट्रासाउंड का सहारा लिया जाता है .इसकी मदद से बच्चे की स्थिति और उसके डेवलपमेंट का पता चलता है लेकिन क्या आपको यह पता है कि फर्टिलिटी के ट्रीटमेंट (Treatment) के लिए भी अल्ट्रासाउंड का उपयोग किया जाता है .

कैसे होता है परीक्षण
प्रजनन परीक्षण और उपचार के लिए, अधिकांश अल्ट्रासाउंड एक पतली विशेष छड़ी के साथ ट्रांसवेजिनली (योनि के माध्यम से) किए जाते हैं. हालांकि ये अल्ट्रासाउंड दर्दनाक नहीं होता लेकिन थोड़ा असहज हो सकता है. बांझपन परीक्षण के दौरान, अल्ट्रासाउंड स्कैन अंडाशय, एंडोमेट्रियल अस्तर और गर्भाशय के बारे में जानकारी प्रदान कर सकता है. विशेष अल्ट्रासाउंड से ओवेरियन रिज़र्व, गर्भाशय के आकार का अधिक विस्तार से मूल्यांकन किया जा सकता है. इसके अलावा फैलोपियन ट्यूब खुले या ब्लॉक हैं इसका भी पता चल सकता है.फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के एंडोमेट्रियल स्तर की मोटाई और फॉलिकल डेवलेपमेंट का भी पता चल सकता है.
फर्टिलिटी डॉक्टर इनफर्टिलिटी अल्ट्रासाउंड स्कैन के दौरान ये चीजें देखते हैं.

प्रजनन अंगों की स्थिति और उपस्थिति
अल्ट्रासाउंड आपके डॉक्टर को आपके संपूर्ण प्रजनन तंत्र को जानने में मदद करेगा. क्या रिप्रोडक्शन के लिए सब अंग सामान्य है. क्योंकि कुछ लोग ओवरी के बिना पैदा होते हैं. कभी-कभी ये अंग अपेक्षित स्थान पर भी नहीं होते हैं या असामान्य तरीके से स्थित हो सकते हैं.

ओवरी
अल्ट्रासाउंड तकनीक आपके अंडाशय यानि ओवरी की जांच करेगी. इसमें पता चलेगा अंडाशय पर सिस्ट सामान्य हैं या नहीं. कई छोटे सिस्ट पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम का संकेत हो सकते हैं।

एंट्रल फॉलिकल काउंट
यह एक सामान्य फर्टिलिटी अल्ट्रासाउंड स्कैन का हिस्सा हो सकता है.एंट्रल फॉलिकल एक विशिष्ट प्रकार के फॉलिकल होते हैं जो अंडाशय में पाए जाते हैं. बहुत कम एंट्रल फॉलिकल काउंट या असामान्य रूप से उच्च एंट्रल फॉलिकल काउंट पीसीओएस दोनों इनफर्टिलिटी का कारण हो सकते हैं. गर्भाशय,फैलोपियन ट्यूब, ब्लड फ्लो का पता चलेगा। इन सारी जाँच के बाद डॉक्टर फर्टिलिटी का उपचार करना शुरू करेंगे.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. newshindustan इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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