ट्रेनों की ऑपरेटिंग सिस्टम (Train Operating System) बढ़ाने और एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (Advanced Traffic Management System) लागू करने की दिशा में इंडियन रेलवे (Indian Railways) ने बड़ा कदम उठाया है. इंडियन रेलवे ने अब ट्रेनों की ऑपरेटिंग सिस्टम को और एडवांस कर दिया है. रेल मंत्रालय की पहल पर आईआईटी दिल्ली ने रेलवे के रन ट्रेन सॉफ्टवेयर को अपडेट किया है. इससे अब रेल कर्मचारियों को ट्रेनों के परिचालन की सटीक जानकारी मिलेगी, जिससे रेल यात्रियों तक सटीक जानकारी मिल सकेगी. इसके साथ रेलवे इसरो के साथ मिल कर ट्रेनों के इंजन को भी एडवांस करने का लगभग पूरा कर लिया है.
अब यात्रियों को मिलेगी ये सब सहूलियतें
अब रेल यात्रियों को घंटों पहले घर से चलने या फिर प्लेटफॉर्म पर इंतजार करना नहीं पड़ेगा. अब रेल कर्मचारी एक क्लिक से ही ट्रेनों के सभी बोगियों की जानकारी अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर देख सकेंगे. आईआईटी दिल्ली के द्वारा तैयार किया गया यह सॉफ्टवेयर ट्रेन की स्पीड को प्रति सेकेंड के हिसाब से कैलुकेट कर बता सकेगा कि ट्रेन कहां तक पहुंच गई है और किस स्टेशन पर कितने देर तक रुकी हुई थी.
31 साल पुराना सॉफ्टवेयर बदला गया
इंडियन रेलवे ने कहा है कि अभी जो सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल हो रहा है वह साल 1990 से किया जा रहा है. इस दौरान ट्रेनों की स्पीड बढ़ी ही साथ ही ट्रेनों की संख्या में भी कई गुना इजाफा हो गया है. इंडियन रेलवे में अभी जो सॉफ्टवेयर इस्तेमाल हो रहा है वह डास यानी डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलता है. इसमें ट्रेनों से संबंधित सभी जानकारी एक साथ कंपाइल करना काफी मुश्किल होता था. इसलिए अब ट्रेनों में नई सॉफ्टवेयर सिस्टम की जरूरत होने लगी.
ट्रेनों के रियल-टाइम सूचना प्रणाली होगा और मजबूत
बता दें कि दो साल पहले ही रेल मंत्रालय ने ट्रेन के इंजनों में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ मिलकर रियल-टाइम ट्रेन सूचना प्रणाली (आरटीआईएस) के तहत डिवाइस लगाने का काम शुरू किया था. अभी तक 90 प्रतिशत इंजनों में यह तकनीक लगा दिया गया है.सभी दिशाओं में चलने वाली ट्रेनों में अब रियल टाइम रिपोर्टिंग हो रही है