नेपाल (Nepal) की शेर बहादुर देउबा सरकार (Sher Bahadur Deuba Government) ने पड़ोसी देश भारत को लेकर अपने नागरिकों को कड़ी हिदायत दी है. देउबा सरकार ने साफ कर दिया है कि किसी भी विरोध प्रदर्शन (Protest) के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ नारेबाजी हुई या भारत के सम्मान के खिलाफ नारेबाजी हुई या किसी का पुतला जलाया गया, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
नेपाल के गृह मंत्रालय ने तीन दिन में दूसरी बार विरोध प्रदर्शन करने वालों को सख्त चेतावनी दी है. रविवार को जारी बयान में साफ तौर पर कहा गया है कि नेपाल सरकार अपने सभी पड़ोसियों से करीबी और मजबूत रिश्ते चाहती है. अगर कहीं मतभेद या विवाद होते हैं, तो इन्हें बातचीत के जरिए सुलझाया जाएगा.
दरअसल, पिछले दिनों नेपाल के धाराचूला क्षेत्र से एक युवक तार के सहारे नदी पार कर भारत में प्रवेश कर रहा था. तार टूट गया और युवक नदी में बह गया. नेपाल में कुछ भारत विरोधी संगठनों का आरोप है कि भारत की तरफ से किसी ने तार काट दिया था. इसकी वजह से युवक नदी में गिर गया और उसकी मौत हो गई. इसे लेकर कुछ जगहों पर प्रदर्शन भी हो रहे थे. इसे रोकने के लिए नागरिकों को ये हिदायत दी गई.
खास बात यह है कि बयान में भारत या भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन चूंकि यह युवक की मौत का मामला साफ तौर पर भारत से जुड़ा था, लिहाजा इसे भारत और मोदी के संदर्भ में ही समझा गया.
इस घटना के बाद नेपाल सरकार मुश्किल में आ गई थी. वो ये नहीं समझ पा रही थी कि भारत से बातचीत कर इस मामले को सुलझाया जाए या फिर विरोध करने लोगों पर कार्रवाई की जाए. पिछले कुछ दिनों से नेपाल में कुछ लोग इस मामले को उछालने का प्रयास कर रहे थे.