अफगानिस्तान (Afghanistan) में 20 साल बाद सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद दुनिया की चिंता बढ़ गई है. इस बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (National Directorate of Security) के शीर्ष सूत्रों ने हैरान करने वाली जानकारी दी है, जो भारत के लिए बड़ी चिंता का कारण बन सकता है. एनडीएस के शीर्ष सूत्र के अनुसार पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) भारत से हथियारों और गोला-बारूद की सप्लाई चेन के बारे में डिटेल्स खंगाल रही है.
CNN-News18 के साथ एक विशेष बातचीत में एनडीएस के शीर्ष सूत्रों ने खुलासा किया कि इसके लिए सभी एनडीएस अधिकारी, अफगान सैनिक ISI और तालिबान (Taliban) के रडार पर हैं. बता दें कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई पर आतंकी संगठनों को फंडिंग करने, आतंकियों को पाकिस्तान में पनाह देने और ट्रेनिंग देने के आरोप लगते रहे हैं.
CNN-News18 के साथ एक विशेष बातचीत में एनडीएस के शीर्ष सूत्र ने यह भी बताया कि तालिबान की आम माफी (General Amnesty) सिर्फ दुनिया की आंखों में धूल झोंकने के लिए है. सूत्र ने कहा कि आईएसआई एनडीएस के अधिकारियों पर नजर रख रही है. वह ये जानना चाहती है कि ये अधिकारी भारत में किन चैनलों से हथियार और गोला-बारूद मंगाया करते थे.
इस बीच नाम न छापने की शर्त पर शीर्ष अधिकारियों ने कहा, ‘ये खतरा सिर्फ भारत या इंडियन मिलिट्री एकेडमी के लिए नहीं है. वे आईएमए में प्रशिक्षित अधिकारियों को भी संदेह की नजर से देखते हैं. क्योंकि भारत अफगानिस्तान में लोकतंत्र का समर्थन कर रहा था. वहां हमारा कभी कोई निहित स्वार्थ नहीं था, लेकिन सभी एनडीएस को आईएसआई और तालिबान से खतरा है. इनमें से कुछ अधिकारी हमारे संपर्क में रहने की कोशिश कर रहे हैं. जब भी हम फैसला करेंगे, उन्हें भारत का वीजा देंगे.’
तालिबान के लड़ाकों ने 15 अगस्त को जब अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया, तो सड़कों पर चेक पोस्ट लगा दी गई और सरकारी खुफिया एजेंसी, राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) के सदस्यों को तलाशने लगे.
आईएसआई और तालिबान के डर से बख्तरबंद वाहनों और पिकअप ट्रकों में अफगान सैनिक ईरान जाने के लिए रेगिस्तान से गुजर रहे थे. उसी रास्ते में चेकपोस्ट लगाकर चेकिंग की जा रही थी.तालिबान उन लोगों को तेजी से खोज रहा है, जिनके बारे में कहा जाता है कि कि उन्होंने अमेरिका और नाटो बलों के साथ काम किया और तालिबान के खिलाफ उनकी मदद की.पूर्व अफगान अधिकारियों के अनुसार, तालिबान ने ऐसी एक हिट लिस्ट बनाई है. अमेरिका के मददगारों के सामने नहीं आने पर तालिबान ने उनके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी है.
संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट में ये बात कही गई है. इस रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि अमेरिका या उसकी अगुवाई वाली NATO सेना का साथ देने वाले अफगानियों की खोज में तालिबान घर-घर जाकर तलाशी ले रहा है. ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि तालिबान ने उन लोगों की लिस्ट तैयार की, जिन्हें वह गिरफ्तार कर मारना चाहता है. साथ ही इन लोगों को धमकी दे रहा है कि वे सामने नहीं आए तो उनके परिवार के लोगों को मार दिया जाएगा या गिरफ्तार कर लिया जाएगा.