चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के नेतृत्व में टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने जोरदार संघर्ष दिखाया है. तीसरे टेस्ट के (IND vs ENG) तीसरे दिन भारत ने 2 विकेट पर 215 रन बना लिए हैं. पुजारा 91 और कप्तान विराट कोहली 45 रन बनाकर खेल रहे हैं. रोहित शर्मा ने भी 59 रन बनाए. अब चौथे दिन के खेल पर सबकी नजर है. हेडिंग्ले में तीसरे और चौथे दिन की पिच को बल्लेबाजी के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. तीसरे दिन सबसे कम 4 विकेट भी गिरे. हालांकि टीम इंडिया को जेम्स एंडरसन (James Anderson) से सावधान रहना होगा. भारत ने पहली पारी में 78 जबकि इंग्लैंड ने 432 रन बनाए. इंग्लैंड के पास अभी भी 139 रन की बढ़त है.
टीम इंडिया (Team India) दूसरी पारी में 80 ओवर बल्लेबाजी कर चुकी है. यानी इंग्लैंड की टीम अब नई गेंद ले सकती है. सुबह पहले एक घंटे में इंग्लैंड में अमूनन तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है. ऐसे में टीम इंडिया के बल्लेबाजों को शनिवार को सावधान रहना होगा. पहला एक घंटा ही मैच का रुख तय करेगा. अगर भारत ने इस दौरान विकेट नहीं खोया तो फिर यहां बड़ा स्कोर देखने को मिल सकता है. एंडरसन पर सबसे अधिक नजर रहेगी.
पहले दिन सबसे अधिक 10 विकेट गिरे
हेडिंग्ले टेस्ट की बात करें तो पहले दिन सबसे अधिक 10 विकेट गिरे. दूसरे दिन 8 और तीसरे दिन सबसे कम 4 विकेट गिरे. यानी पिच पर अब बल्लेबाजी करना आसान है. चौथे दिन भी पिच पर गेंदबाजों के लिए अधिक कुछ नहीं रहने वाला. अंतिम सेशन में स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल सकती है. इंग्लैंड के पास ऑफ स्पिनर मोइन अली हैं. वे विराट कोहली को परेशान करते रहे हैं. इसके अलावा टीम इंडिया के खिलाफ उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है. यह टीम इंडिया के लिए चिंता की बात जरूर हो सकती है.
रहाणे और पंत में भी पलटवार की क्षमता
टीम इंडिया की बल्लेबाजी की बात करें तो विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा के बाद सबसे ज्यादा नजर अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत पर होगी. रहाणे ने लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में 61 रन की शानदार पारी खेली थी. यह पारी उन्होंने तब खेली, जब टीम इंडिया परेशानी में थी. खराब फॉर्म के बाद भी उन्होंने जोदार वापसी की. दूसरी ओर ऋषभ पंत पहली 4 पारियों में कुछ प्रदर्शन नहीं कर सके हैं. दो बार जरूर उन्होंने 20 से अधिक रन की पारी खेली है. लेकिन पंत ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में शतक लगा चुके हैं. ऐसे में वे हेडिंग्ले में भी इस कारनामे को दोहराना चाहेंगे.
इसके अलावा रवींद्र जडेजा ने पहले टेस्ट में अर्धशतक और दूसरी टेस्ट में 40 रन की पारी खेली थी. यानी वे भी टीम को संभाल सकते हैं. दूसरी ओर इंग्लिश टीम का लक्ष्य पहले सेशन में अधिक से अधिक विकेट लेना है. टीम ऐसा करने में सफल रही तो वह इस मुकाबले में जीत के नजदीक पहुंच जाएगी