बुधवार सुबह एक बार फिर जम्मू के सतवारी इलाके में सुरक्षाबलों ने आसमान में ड्रोन देखा. स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू के आसमानों पर लगातार दिख रहे ड्रोन अब सुरक्षाबलों के लिए एक चिंता का सबब बने हुए हैं, जिस से निपटने के लिए प्रदेश के डीजीपी ने मंगलवार को एक अहम बैठक की.
27 जून को जम्मू के एयरपोर्ट स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले के बाद से लगातार जम्मू के अहम सैन्य ठिकानो, सैन्य छावनी और सैन्य प्रतिष्ठानों के साथ-साथ पाकिस्तान के साथ लगी लाइन ऑफ कंट्रोल और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर दर्जनो बार ड्रोन मंडराते देखे हैं.
ताजा मामले में बुधवार सुबह करीब 4:00 बजे जम्मू के सतवारी इलाके के रायपुर क्षेत्र में सैनी छावनी के ऊपर एक ड्रोन मंडराता दिखा. हालांकि आसमान में यह उत्तर ड्रोन सनी छावनी पर कुछ ही देर रहा लेकिन सेना ने इस जोन की जानकारी पुलिस को भी दी है. जम्मू एयर फोर्स स्टेशन पर हुए हमले के बाद जम्मू के आसमान पर लगातार ड्रोन देखना चिंता का सबब बना हुआ है. यह चिंता इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि कुछ ही दिनों बाद स्वतंत्रता दिवस है और कई सालों से भारत का यह महापर्व पाकिस्तान के निशाने पर रहा है.
ड्रोन के इसी खतरे को देखते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने मंगलवार को जम्मू में सुरक्षा एजेंसियों के साथ एक अहम बैठक की. इस बैठक में पुलिस के डीजीपी ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को सीमावर्ती इलाकों और शहरों में सतर्कता बरतने को कहा है और किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के निर्देश दिए. डीजीपी ने इस बैठक में कहा है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी और पाकिस्तान लगातार ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि भारत में खून खराबे को अंजाम दिया जा सके, जिसके मद्देनजर अब अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है.
दिलबाग सिंह ने इस बैठक में सीमा और इसके आसपास के इलाकों में नाको की संख्या बढ़ाने की जरूरत पर भी जोर दिया. इस बैठक में डीजीपी ने जम्मू श्रीनगर नेशनल हाईवे पर भी सतर्कता को बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि आतंकियों को जम्मू से श्रीनगर जाने का कोई मौका ना मिले. इसके साथ ही बीजेपी ने डॉन द्वारा जम्मू-कश्मीर में भेजे जा रहे मादक पदार्थों की घुसपैठ पर भी नजर रखने के निर्देश दिए.