भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दूसरी लहर थमी हुई दिख रही है, लेकिन अभी ये पूरी तरह खत्म नहीं हुई है. दुनिया के आंकड़े देखें तो हर रोज अभी भी साढ़े पांच लाख नए मरीज सामने आ रहे हैं और साढ़े आठ हजार मौतें कोरोना से हो रही हैं. एक तरफ कोरोना का डर है तो दूसरी तरफ त्योहारी सीजन के दौरान बाजार में बढ़ती भीड़ ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है. एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने कहा कि देशभर के लोगों को अगले एक से दो साल तक सावधान रहना चाहिए और कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) को दोबारा विस्फोट का मौका नहीं देना चाहिए.
निश्चल ने कहा, “त्योहारों का मकसद खुशियां बांटना है, कोविड नहीं. अगले 1-2 वर्षों तक, जब तक महामारी नियंत्रण में नहीं है, तब तक हमें महामारी के फिर से फैलने का कारण नहीं बनना चाहिए.” एम्स के प्रोफेसर द्वारा यह चेतावनी ऐसे समय में जारी की गई है जब केंद्र सरकार लोगों को कोरोना
के खिलाफ जंग में अगले 100-125 दिन नाजुक हैं कि चेतावनी जारी कर चुकी है
भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दूसरी लहर थमी हुई दिख रही है, लेकिन अभी ये पूरी तरह खत्म नहीं हुई है. दुनिया के आंकड़े देखें तो हर रोज अभी भी साढ़े पांच लाख नए मरीज सामने आ रहे हैं और साढ़े आठ हजार मौतें कोरोना से हो रही हैं. एक तरफ कोरोना का डर है तो दूसरी तरफ त्योहारी सीजन के दौरान बाजार में बढ़ती भीड़ ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है. एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने कहा कि देशभर के लोगों को अगले एक से दो साल तक सावधान रहना चाहिए और कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) को दोबारा विस्फोट का मौका नहीं देना चाहिए.
निश्चल ने कहा, “त्योहारों का मकसद खुशियां बांटना है, कोविड नहीं. अगले 1-2 वर्षों तक, जब तक महामारी नियंत्रण में नहीं है, तब तक हमें महामारी के फिर से फैलने का कारण नहीं बनना चाहिए.” एम्स के प्रोफेसर द्वारा यह चेतावनी ऐसे समय में जारी की गई है जब केंद्र सरकार लोगों को कोरोना
के खिलाफ जंग में अगले 100-125 दिन नाजुक हैं कि चेतावनी जारी कर चुकी है
उन्होंने कहा कि यदि लोग कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करेंगे और अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे तो तीसरी लहर नहीं आएगी. अथवा इसके प्रभाव को कम किया जा सकेगा. डॉ. पॉल ने कहा कि इस लिहाज से अगले 100-125 दिन नाजुक होंगे. यानी अगले चार महीने विशेष तौर पर सावधान रहने की जरूरत होगी.