भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने ताजिकिस्तान में शंघाई कॉरपोरेशन (SCO) की बैठक में आंतकवाद पर सख्त लहजे में बातचीत की है. उन्होंने सदस्य देशों से पाकिस्तान के आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ एक्शन प्लान लाने की बात की है. उन्होंने जोर देकर कहा कि ये SCO का मुख्य एजेंडा है इसलिए इस पर काम होना चाहिए.
सूत्रों के मुताबिक एनएसए अजित डोभाल ने लश्कर और मुजाहिदिन के खिलाफ एक्शन प्लान पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ उन अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपनाना चाहिए जो SCO और FATF के एमओयू में हैं. बीते दो दशकों के दौरान लश्कर-ए-तैयबा और जैश ने भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया है. इनमें 26/11 मुंबई हमला और भारतीय संसद पर हमला भी शामिल है. ये आतंकी समूह जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ को बढ़ावा देने में लगातार सक्रिय हैं.
बैठक में मौजूद थे पाकिस्तान के एनएसए मोईद यूसुफ, हुए शर्मसार
दिलचस्प बात ये है कि भारत के एनएसए जिस बैठक में पाकिस्तानी आतंकी संगठनों पर एक्शन प्लान की बात कर रहे थे उस ग्रुप का सदस्य पाकिस्तान भी है. SCO की बैठक में पाकिस्तान के एनएसए मोईद यूसुफ भी मौजूद थे. भारत ने बैठक में पाकिस्तान द्वारा आतंक को पनाह दिए जाने पर खुलकर बात की है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के हिस्से एक बार फिर शर्मिंदगी आई है.
एक जर्मन डॉक्यूमेंट्री ने फिर किया है पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क का खुलासा
बता दें कि हाल में एक नई डॉक्यूमेंट्री ने पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क के बारे में फिर खुलासा किया है. दरअसल पेरिस आतंकवादी हमले के मुख्य साजिशकर्ता मुहम्मद गनी उस्मान का हाथ भारत में 2008 के मुंबई हमलों में भी सामने आया है. पाकिस्तानी नागरिक गनी उस्मान लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी है. डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि गनी उस्मान का संबंध 2008 के आतंकी हमलों से भी है. उस्मान इस वक्त फ्रांसीसी जेल में बंद है. उसे पेरिस हमलों के आरोप में 2015 में गिरफ्तार किया गया था.
ये डॉक्यूमेंट्री जर्मन ब्रॉडकास्टर डाएचे वेले द्वारा प्रदर्शित की गई है. इसका लक्ष्य यूरोप में आतंकी हमलों की वित्तीय और सांगठनिक प्लानिंग का पता लगाना है. डॉक्यूमेंट्री बनाने वालों ने उन जानकारियों पर काम किया है जो आतंकियों का कनेक्शन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से दिखाती हैं.