ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट और उसके फैंस के लिए 15 जून का दिन बेहद खास है. इस दिन से ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट इतिहास का एक बड़ा स्कोर जुड़ा है. एक ऐसा टेस्ट रिकॉर्ड है जो आज तक कायम है. 66 साल बाद भी ऑस्ट्रेलिया अपने ही इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाया. ऑस्ट्रेलिया ने इस दिन अपनी एक टेस्ट पारी में 758 रन ठोके थे.
इतना ही नहीं, यदि पारी को घोषित नहीं किया जाता तो कुछ और रन इस स्कोर में जुड़ सकते थे. वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच 11 जून से किंग्स्टन में शुरू हुए इस मुकाबले में मेहमान टीम के पांच बल्लेबाजों ने शतक जड़े थे. ऑस्ट्रेलिया के लिए एक दोहरा शतक भी लगाया गया और तो और 8वें नंबर पर
बल्लेबाजी करते हुए रिची बेनॉ ने भी शतक जड़ दिया था.
साल 1955 में ऑस्ट्रेलिया ने इयान जॉनसन की कप्तानी में वेस्टइंडीज का दौरा किया. यह सीरीज का चौथा टेस्ट मैच था जो 11 जून से शुरू हुआ. वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 357 रन बनाए जिसमें क्लाइड वॉलकोट ने 155 रन की शानदार पारी खेली. उनके अलावा फ्रैंक वॉरेल और एवर्टन वीकेस ने भी अर्धशतक जड़े. ऑस्ट्रेलिया के कीथ मिलर ने 107 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए.
इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत तो खराब रही और उसके शुरुआती दो बल्लेबाज मात्र 7 रन के स्कोर तक पैवेलियन लौट गए. फिर ऐसी पारी जमी कि रिकॉर्ड बन गया. टीम के पांच बल्लेबाजों ने शतक जमाए जिसमें नील हार्वे का डबल सेंचुरी भी शामिल रही. ओपनर कोलिन मैकडॉनल्ड ने 127, नील हार्वे ने 204, कीथ मिलर ने 109, रोन आर्चर ने 128 और 8वें नंबर पर बल्लेबाजी को उतरे रिची बेनॉ ने भी 121 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट पर 758 रन बनाकर पारी घोषित कर दी.
विंडीज टीम 319 रन पर ऑलआउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने पारी और 82 रन से मैच जीत लिया. आज तक ऑस्ट्रेलिया का यह रिकॉर्ड कायम है और टेस्ट फॉर्मेट में यह उसका बेस्ट स्कोर है. ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की उस सीरीज को 3-0 से जीता था.