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बीसीसीआई को देश के बाहर टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन पर आपत्ति नहीं, आईसीसी को दी जानकारी

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बीसीसीआई को टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) की मेजबानी करनी है. टूर्नामेंट का आयोजन अक्टूबर-नवंबर में भारत में होना है. लेकिन जानकारी के अनुसार, भारतीय बोर्ड ने आईसीसी को जानकारी दे दी है कि कोरोना के बीच यदि टूर्नामेंट को देश के बाहर शिफ्ट किया जाता है तो उसे कोई दिक्कत नहीं है, बशर्ते आयोजन का अधिकार उसी के पास रहे. 1 जून को आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई को इस पर फैसला करने के लिए 28 जून तक का समय दिया गया था. 16 टीमों को टूर्नामेंट में उतरना है और इसके शुरुआती मुकाबले ओमान में भी हो सकते हैं. 4 मई को कोरोना केस आने के बाद आईपीएल 2021 को स्थगित कर दिया गया था. बचे 31 मैच भारत की जगह यूएई में होंगे.

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘ हां, हमें औपाचारिक पर इसके आयोजन पर फैसला करने के लिए हमें 28 जून तक का समय मिला है. लेकिन टूर्नामेंट को देश के बाहर शिफ्ट किए जाने पर आंतरिक रूप से हम तैयार हैं और आईसीसी को इस बारे में बता दिया गया है. बशर्ते आयोजन का अधिकार हमारे ही पास रहे.’  हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.

ओमान क्रिकेट बोर्ड आयोजन को तैयार

इस बीच ओमान भी मेजबानी को तैयार है. ओमान क्रिकेट बोर्ड के अनुसार अगर उन्‍हें मौका मिलता है तो वह इसके आयोजन के लिए तैयार हैं. ओमान क्रिकेट प्रमुख पंकज खिमजी ने टाइम्‍स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि पहले इस मुद्दे पर बीसीसीअई और आईसीसी को फैसला लेने की जरूरत है. हमें इसके लिए एक संभावित स्‍थल बनकर खुशी होगी. हालांकि पिछले दिनों बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा था कि वर्ल्ड कप के पहले विकल्प के तौर पर भारत ही है. यूएई को दूसरे विकल्प के तौर पर रखा गया है.
पिच तैयार करने के लिए तीन हफ्ते का समय मिल जाएग

अधिकारी ने कहा कि वर्ल्ड कप के शुरुआती मुकाबले ओमान में होंगे. यूएई में टूर्नामेंट के मुकाबले नवंबर के पहले हफ्ते से शुरू होंगे. उन्होंने कह कि आईपीएल के बचे मुकाबले 10 अक्टूबर तक खत्म हो जाएंगे. ऐसे में ओमान में मैच होने से यूएई को पिच तैयार करने के लिए तीन हफ्ते का समय मिल जाएगा. टी20 वर्ल्ड कप में कुल 45 मुकाबले खेले जाने हैं.

कोरोना को लेकर अंदाज लगाना मुश्किल

आईसीसी बोर्ड के अधिकांश सदस्यों का मानना ​​​​है कि भारत समय बिताने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि अक्टूबर-नवंबर में परिस्थितियां कैसी होंगी, इसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है. उन्होंने कहा, ‘अगर आप व्यावहारिक रूप से इसके बारे में सोचते हैं तो भारत अब कोविड-1ं संक्रमण के 1,20,000 से अधिक मामलों रोजाना आ रहे हैं, जो कि अप्रैल के अंत और इस महीने की शुरुआत में आने वाले मामलों के मुकाबले में एक तिहाई के करीब है.’ इस अनुभवी अधिकारी ने कहा, ‘आप 28 जून को टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी के लिए कैसे हां कह सकते है, अगर तीसरी लहर आती है तो आप अक्टूबर के बारे में अभी से स्वास्थ्य स्थिति के बारे में कैसे सोच सकते हैं.’

जब आईपीएल नहीं करा रहे तो वर्ल्ड कप कैसे कराएंगे

दूसरा सवाल यह है कि अगर बीसीसीआई भारत में सितंबर में आठ टीमों के आईपीएल को फिर से शुरू करने में झिझक रहा है, तो वह एक महीने के भीतर देश में 16 टीमों की मेजबानी कैसे कर सकता है. अधिकारी ने कहा, ‘बीसीसीआई में हर कोई जानता है कि कोविड-19 पर मानसून का कोई असर नहीं होगा. इस टूर्नामेंट पर 2500 करोड़ रुपए के राजस्व का दांव लगा होगा.’

भारत आने को तैयार नहीं होंगे

टूर्नामेंट से जुड़े हुए आईसीसी के एसोसिएट देश के एक अधिकारी ने कहा, ‘यह 16 देशों का टूर्नामेंट है और अगर किसी एक टीम के बायो बबल में कई मामले (कोविड-19) आ गए तो यह आईपीएल की तरह नहीं होगा. टीमों के पास 14-15 खिलाड़ियों के बाहर चयन का विकल्प नहीं होगा. इसमें और भी कई मसले है.’ एक और बड़ा सवाल यह है कि अगर स्थिति में बहुत सुधार नहीं हुआ तो कितने विदेशी खिलाड़ी भारत आने का जोखिम लेना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि वे आईपीएल खेलने के लिए यूएई आयेंगे और वहीं पर टी20 वर्ल्ड कप में खेलने के लिए भी तैयार होंगे.

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