पुराने समय में लोग मिट्टी के बर्तनों (Clay Utensils) का इस्तेमाल करते थे. कहते हैं कि मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाने और खाने से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता था. उसके बाद तांबे के बर्तनों (Copper Utensils) का इस्तेमाल होने लगा. आपको बता दें कि तांबे के बर्तनों में खाया गया खाना और पिया गया पानी मिट्टी के बर्तनों से भी ज्यादा सेहत (Health) के लिए फायदेमंद होता है. आज भी कई घरों में ज्यादातर लोग पानी पीने के लिए तांबे के बर्तन का ही इस्तेमाल करते हैं. कहते हैं कि कॉपर इम्यूनिटी को मजबूत करने के साथ साथ कई तरह के इंफेक्शन को भी शरीर से दूर करता है. ऐसे में तांबे के बर्तन में रखा खाना या फिर पानी आपके स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित हो सकता है.
हेल्थ के लिए तांबें के बर्तनों के फायदे
-आयुर्वेद के मुताबिक तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से या फिर खाना खाने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है. यह दिल को भी स्वस्थ रखता है.
-तांबे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं जो शरीर में दर्द और सूजन की समस्या को दूर करते हैं. ऑर्थराइटिस की समस्या से निपटने में भी तांबा कारगर माना जाता है.
-पुराने समय में लोग बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट करने के लिए नदियों, झीलों, तालाबों और कुओं में तांबे के सिक्के फेंकते थे, लेकिन आज की पीढ़ी इसका वास्तविक मतलब समझे बिना ही सिक्के फेंक देती है.
-आयुर्वेद के अनुसार, तांबे के बर्तन में रखा गया पानी इसमें पैदा होने वाले बैक्टीरिया को खत्म करके पानी को पूरी तरह से शुद्ध कर देता है.
-कॉपर इम्यूनिटी को मजबूत करता है और नई कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है. इससे शरीर के घावों को तेजी से भरने में मदद मिलती है.
-तांबे में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं जो कई तरह के इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं.
-अगर आप मोटापा कम करने की सोच रहे हैं तो तांबे के बर्तन में रखा पानी एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है. इसका नियमित सेवन करने से शरीर की अतिरिक्त चर्बी को नियंत्रित किया जा सकता है.
-तांबे यानी कॉपर के बर्तन का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से पाचन दुरुस्त रहता है जिससे पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी परेशानियों से छुटकारा मिलता है.
-तांबें में एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं. इसमें रखा पानी पीने से त्वचा संबंधी समस्याएं दूर होती हैं और स्किन ग्लो करने लगती है.
-हर रोज तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से थायरॉयड से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम होता है.
-तांबे के बर्तनों को साफ करने के लिए नींबू को काटकर इस पर नमक छिड़क कर बर्तन पर रगड़ें. इसके अलावा नींबू के रस और नमक की समान मात्रा में बेकिंग सोडा मिलाकर इस पेस्ट का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
-एक कप सिरके में एक बड़ा चम्मच नमक मिला लें, फिर इस पानी से तांबे के बर्तनों को साफ करें.
Disclaimer:इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं.newshindustan.in इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.