विश्वबंधु राय ने पत्र में लिखा है कि महाराष्ट्र सरकार के सहयोगी दलों के नेताओं व उनके परिजनों के नाम अलग-अलग घोटालों में सामने आ रहे हैं. कई जांच एजेंसी आरोपों की जांच कर रही हैं. ऐसे में गठबंधन में शामिल कांग्रेस की छवि आम लोगों में खराब हो रही है. इसका वोटरों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है.
संजय निरुपम के बेहद करीबी और मुंबई कांग्रेस के महासचिव विश्वबंधु राय ने सोनिया गांधी,राहुल गांधी, के सी वेणुगोपाल सहित पार्टी के बड़े नेताओं को फिर एक चिट्ठी लिखी है. चिठ्ठी में उन्होंने आरोप लगाया है कि महाविकास अघाड़ी की सत्ताधीन पार्टियों के कई नेता भ्रस्टाचार में डूबे हुए हैं जिसकी आंच कॉंग्रेस पार्टी पर आ रही है.
शिवसेना और एनसीपी के नेताओं पर भ्रस्टाचार के कई आरोप लगने से महाविकास अघाड़ी बदनाम हो रही है और ऐसे गठबंधन में बने रहना गलत है, जनता में गलत संदेश जा रहा है. इसलिए कांग्रेस पार्टी को तुरंत महाराष्ट्र सरकार के गठबंधन से खुद को बाहर कर लेना चाहिए.
पीएमसी बैंक घोटाला, सिंचाई घोटाला, टॉप्स ग्रुप घोटाला, बीएमसी के टेंडर घोटाले, आय से अधिक संपत्ति का घोटाला ये सब शिवसेना और एनसीपी के नेताओं पर आरोप लगा है जिसमें कांग्रेस के किसी नेता का रोल नहीं है, लेकिन महाविकास अघाड़ी में शामिल होने से कांग्रेस बदनाम हो रही है.
खास बात ये है कि न इस चिट्ठी में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप और न ही महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट को मेंशन किया गया है जिससे ये साफ है कि संजय निरुपम का धड़ा पार्टी के स्थानीय नेताओं से नाराज है.