नई-दिल्ली : रांची, झारखंड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वास्थ्य बीमा योजना-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरूआत की है, इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना की शुरूआत गरीबों में गरीब, और समाज के वंचित वर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा और उपचार प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है, प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत प्रति वर्ष प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा की कल्पना की गई है, इससे 50 करोड़ से अधिक लोगों को फायदा होगा और यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, उन्होंने कहा कि इस योजना के लाभार्थियों की संख्या यूरोपीय संघ की आबादी के बराबर है, या अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको की संयुक्त जनसंख्या के करीब है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत के पहले हिस्से – स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र-की शुरूआत बाबा साहेब अम्बेडकर की जयंती पर किया गया था, और दूसरा भाग – स्वास्थ्य बीमा योजना-दीन दयाल उपाध्याय की जयंती से दो दिन पहले शुरू किया गया था, पी.एम.जे.ए.वाई की व्यापकता के बारे में विस्तार से बताते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि इसमें कैंसर और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों सहित 1300 बीमारियां शामिल होंगी, उन्होंने बताया कि निजी अस्पताल भी इस योजना का हिस्सा होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 लाख की राशि में सभी जांच, दवा, अस्पताल में भर्ती के खर्च आदि भी शामिल होंगे, उन्होंने कहा कि इसके तहत यह पूर्व बीमारियों भी आएंगी। उन्होंने कहा कि लोग 14555 डायल करके या सेवा केंद्र के माध्यम से इस योजना के बारे में अधिक जान सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन राज्यों के लिए जो पी.एम.जे.ए.वाई का हिस्सा हैं, लोग इन राज्यों में से किसी भी राज्य में जा रहे हैं, तो भी इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में 13,000 से ज्यादा अस्पताल इस योजना में शामिल किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने आज उद्घाटन किए गए 10 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि देश भर में ऐसे केंद्रों की संख्या 2300 तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य आने वाले चार वर्षों के अंदर भारत में 1.5 लाख ऐसे केंद्र खोलना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है, उन्होंने कहा कि उनका ध्यान “वहनीय हेल्थकेयर” और “निवारक हेल्थकेयर” दोनों पर क्रेन्द्रित है। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि पी.एम.जे.ए.वाई से जुड़े सभी लोगों के प्रयासों और डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य प्रदाताओं, आशा, एएनएम आदि के समर्पण के माध्यम से, यह योजना सफल होगी। प्रधानमंत्री ने इस सार्वजनिक सभा पहुंचने से पहले इस योजना पर एक प्रदर्शनी का दौरा भी किया। कार्यक्रम में, प्रधानमंत्री ने चाईबासा और कोडरमा में मेडिकल कॉलेजों की आधारशिला की पट्टिका का अनावरण भी किया गया, साथ ही 10 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का उद्घाटन भी किया।