जम्मू-कश्मीर में बड़े आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है. 18 को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में सेना स्टेशनों और स्कूलों पर हमले की आशंका को लेकर अलर्ट जारी किया है. एजेंसियों ने बताया है कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद सेना स्टेशनों में घुसकर आत्मघाती और ग्रेनेड हमले की साजिश रच रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ये आतंकवादी सेना स्टेशनों पर फिदायीन हमले (आत्मघाती हमले) के लिए सेना की पेट्रोलिंग वाली गाड़ियों को उपयोग में ले सकते हैं. वहीं, खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद से सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया गया है.
सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान पोषित आतंकी समूह के आतंकवादी सेना स्टेशनों में घुस गए तो बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. वहीं, ये आतंकी मिलिट्री स्कूलों में बच्चों को बंधक बनाकर काफी खौफनाक साजिश रच सकते हैं. आतंकियों की बड़ी साजिश का अलर्ट मिलने पर एहतियातन जम्मू के मिलिट्री स्कूलों को बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि ये आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में प्रवासी मजदूरों पर भी हमला कर सकते हैं. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया है कि हम आतंकवादियों को उनके नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे. उन्होंने बताया कि हमने चारों तरफ से आतंकी इको सिस्टम को घेर लिया है, जिसकी वजह से आतंकवादी बौखलाए हुए हैं. इसीलिए सेना, स्कूलों और प्रवासी मजदूरों पर हमले की नापाक साजिश रच रहे हैं. उन्होंने बताया कि जम्मू से आतंकवादियों की सफाया हो जाने से वे लोग और भी ज्यादा बौखलाए हैं.
इधर खुफिया एजेंसियों ने बताया कि नार्थ कश्मीर में बर्फ पिघलने के बाद से एलओसी (LOC) पर आतंकवादियों ने हलचल बढ़ा दी है. मिली जानकारी के अनुसार लांच पैड के पास आतंकवादियों का जमावड़ा भी लगातार बढ़ रहा है. वहीं, पीओके (PoK) में आतंकी लांच पैड पर 60 से ज़्यादा आतंकी फिलहाल घुसपैठ के लिए मौजूद हैं. वहीं, जम्मू-कश्मीर में 50 के आसपास आतंकवादी जुटे हुए है. इनमें 30-35 आतंकी स्थानीय हैं बाकी 20-24 आतंकवादी विदेशी हैं.