जयपुर पुलिस ने ऑनलाइन ठगी (Online Gaming) के बड़े मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने एक दर्जन शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस को उनके पास करीब छह करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी का रिकॉर्ड मिला है. ये ठग सभी अच्छे पढ़े लिखे हैं और ऐशो आराम की जिंदगी गुजारने के लिए ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. ये ठग स्काई एक्सचेंज नाम के एप (Sky Exchange App) से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ में जुटी है.
जयपुर डीसीपी (ईस्ट) ज्ञानचंद यादव ने बताया कि टीम को प्रतापनगर थाना इलाके में एक मकान में अवैध गतिविधियों की शिकायत मिली थी. इस पर वहां जाकर छापामारी की गई. जांच में ऑनलाइन गैमलिंग कर ठगी करने के बड़े मामले का खुलासा हुआ. प्रतापनगर थाना पुलिस ने मौके से 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास पिछले 6 महीने में 6 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी का रिकार्ड मौके से बरामद हुआ. पुलिस ने मौके से सट्टा उपकरण, 4 कम्पयूटर सेट, 2 लेपटॉप और 5 मोबाइल समेत अन्य समान जब्त किया है
ऑनलाइन सट्टा खिलाया जाता था
डीसीपी ज्ञानचंद यादव ने बताया कि आरोपियों ने इंटरनेट पर स्काई एक्सचेंज नाम से एक एप बना रखा था. उस पर अवैध रूप से गैमलिंग कर ऑनलाइन सट्टा खिलाया जाता था. खाईवाली की जाती थी. गैमलिंग के दौरान आरोपी खेलने वाले से पैसा हथियाते थे. बाद में उसे गेम में हारना बताकर सामने वाले की पूरी रकम वसूल लेते थे. पुलिस गिरफ्तार सभी 12 आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है.
परिजनों को बता रखा कि थी कॉल सेंटर में काम करते हैं
डीसीपी यादव ने बताया कि मामले में गिरफ्तार सभी आरोपी अच्छे खासे पढ़े लिखे हैं. वे ऐशो आराम की जिंदगी जीने के लिए ऑनलाइन ठगी की वारदात को गैमलिंग के माध्यम से अंजाम दे रहे थे. आरोपियों ने परिवार वालों को खुद को कॉल सेंटर में काम करना बता रखा था. कॉल सेंटर की आड़ में ये सभी युवा ऑनलाइन गैमलिंग के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे.
आरोपियों के खाते सीज कर की जा रही है जांच
पुलिस आरोपियों को पनाह देने वाले मकान मालिक के खिलाफ भी पुलिस वेरीफिकेशन नहीं कराने के आरोप में कार्रवाई कर रही है. गिरफ्तार आरोपियों में से अधिकतर आरोपी जयपुर, दौसा, कोटपूतली, विराटनगर, सीकर और हरियाणा के नारनौल के रहने वाले हैं. पुलिस आरोपियों के खाते सीज कर पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है.