शंघाई सहयोग संगठन समिट (SCO Summit) में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (S Jaishankar) ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के सामने आतंकवाद के मुद्दे पर जमकर खरी-खरी बातें सुनाईं. जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद को हर तरीके से रोका जाना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि तमाम वादों के बावजूद आतंकवाद का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद (Terrorism) का कोई औचित्य नहीं हो सकता है. सीमा पार आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों को रोका जाना चाहिए. आतंकवाद का मुकाबला करना एससीओ के मूल लक्ष्यों में से एक है. भारत ने एससीओ की विदेश मंत्रियों की बैठक में कहा कि आतंकवाद से कड़ाई के साथ निपटने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी, चीन के विदेश मंत्री छिन कांग और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की मौजूदगी में जयशंकर ने कहा कि एससीओ सीमा पार आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए सहमत है. भारत एससीओ में बहुआयामी सहयोग के विकास, शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने को बहुत महत्व देता है. जयशंकर ने कहा कि कोविड-19, भू-राजनीतिक उथल-पुथल के कारण दुनिया अनेक चुनौतियों का सामना कर रही है. जयशंकर ने कहा कि इन घटनाओं ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर दिया है. जब दुनिया कोविड-19 महामारी और उसके नतीजों का सामना करने में लगी हुई थी, आतंकवाद का खतरा बेरोकटोक जारी रहा. माना जा रहा है कि उनका निशाना पाकिस्तान की ओर था. जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद से आंखें मूंदना हमारे सुरक्षा हितों के लिए हानिकारक होगा.