तुर्किये और सीरिया में बीते सोमवार को आए 7.8 तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है. वहां भूकंप से मरने वालों की संख्या 28000 के पार जा चुकी है. इस भीषण भूकंप के बाद लोगों के मन में एक सवाल यह भी उठ रहा है कि अगर भारत में भी इसी तरह का तेज़ भूकंप आया तो क्या होगा… हालांकि विशेषज्ञ ऐसी आशंकाओं को खारिज कर रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में हाल के दिनों में आए छोटे-छोटे झटके टेक्टोनिक प्रेशर को कम करके भारत को एक विनाशकारी भूकंप से बचाने में मदद कर रहे हैं.
विशेषज्ञों ने इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश में प्रभावी कार्रवाई और आपात स्थिति से निपटने की दिशा में एक आदर्श बदलाव देखा गया है. उन्होंने कहा कि भारत बड़े पैमाने पर भूकंप से निपटने के लिए अच्छी तरह तैयार है, क्योंकि उसके पास राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) के रूप में समर्पित और प्रशिक्षित बल है.
‘छोटे-छोटे झटके दे रहे भारत को राहत’
विशेषज्ञों ने कहा कि अगर लोग तथा संस्थान मजबूत इमारतें बनाने के लिए सख्ती से नियमों का पालन करें तो बड़े पैमाने पर आने वाले भूकंप का असर कम किया जा सकता है. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक ओपी मिश्रा ने कहा, ‘पाकिस्तान के साथ लगती सीमा के समीप भारत के पश्चिम की ओर ट्रिपल जंक्शन सूक्ष्म स्तर पर बार-बार भूकंप आने के कारण लगातार दबाव कम कर रहा है. यहां कुछ चार और पांच तीव्रता के भूकंप भी आए हैं.’