वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को कहा कि नई टैक्स रिजीम (New Tax Regime) को टैक्सपेयर्स को राहत देने और लोगों के हाथों में अधिक पैसा बचाने के विचार से संशोधित किया गया था. आरबीआई बोर्ड की मीटिंग के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नई टैक्स रीजीम पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि नए टैक्स रिजीम में लोगों के लिए ज्यादा कटौती की गई है जिससे उनके हाथ में ज्यादा पैसा बचता है. नया टैक्स रिजीम लोगों के ऊपर से टैक्स के बोझ को हल्का करता है. सीतारमण ने कहा कि सरकार ने टैक्स रेट को कम करने और उसे आसान बनाने का पहले ही कहा था.
वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट 2023-24 के बाद RBI की कस्टमरी सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स मीटिंग में शनिवार को हिस्सा लिया. इस मीटिंग के बाद सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नई टैक्स रीजीम को लेकर यह बात कही है. इस मीटिंग और उसके बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री के साथ RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास भी मौजूद थे.
टैक्स के बोझ को कम करेगी नई कर व्यवस्था
नई कर व्यवस्था का उद्देश्य मिडिल क्लास पर टैक्स के बोझ को कम करना है. मंत्री ने कहा कि सरकार को ये बताने की जरूरत नहीं कि लोग अपना पैसा कहां खर्च करें. उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के माध्यम से निवेश करने के लिए व्यक्तियों को प्रेरित करना आवश्यक नहीं है. बल्कि उन्हें निवेश के संबंध में व्यक्तिगत निर्णय लेने का अवसर देना चाहिए.
क्रिप्टोकरेंसी व अडाणी ग्रुप के मामले पर एक सवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, सीतारमण ने कहा कि इंडियन रेगुलेटर्स बहुत अनुभवी हैं और वे अपने डोमेन के एक्सपर्ट्स हैं. तो ये उनके ऊपर ही छोड़ देना चाहिए. क्रिप्टोकरेंसी में तकनीक का ज्यादा रोल है, इसलिए हम सभी देशों से बात कर रहे हैं. अगर क्रिप्टो को लेकर नियम लाना है, तो क्या कोई स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसेस का पालन किया जा सकता है, क्योंकि क्रिप्टो पर एक अकेला देश कुछ नहीं कर सकता. इस पर G20 देशों के साथ चर्चा जारी है.