भारतीय सर्राफा बाजार में सोना की साप्ताहिक कीमतों में तेजी आई है. वहीं चांदी भी महंगी हुई है. इस कारोबारी हफ्ते में सोने के भाव में 729 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी दर्ज की गई है जबकि चांदी के भाव में 1,390 रुपये प्रति किलोग्राम का उछाल आया है. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन यानी आईबीजीए (IBJA) की वेबसाइट के मुताबिक, इस बिजनेस वीक (30 जनवरी से 3 फरवरी) की शुरुआत में यानी 30 जनवरी को 24 कैरेट सोने (Gold) का रेट 57,079 था, जो शुक्रवार तक बढ़कर 57,788 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है. वहीं, 999 शुद्धता वाली चांदी (Silver) की कीमत 68,149 से बढ़कर 69,539 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है.
उल्लेखनीय है कि आईबीजीए की ओर से जारी कीमतों से अलग-अलग शुद्धता के सोने के स्टैंडर्ड भाव की जानकारी मिलती है. ये सभी दाम टैक्स और मेकिंग चार्ज के पहले के हैं. आईबीजीए द्वारा जारी किए गए दरें देशभर में सर्वमान्य हैं लेकिन इसकी कीमतों में जीएसटी शामिल नहीं होती है.
बीते एक सप्ताह में कितना बदला सोने का रेट
30 जनवरी, 2022- 57,079 रुपये प्रति 10 ग्राम
31 जनवरी, 2022- 56,865 रुपये प्रति 10 ग्राम
01 फरवरी, 2022- 57,910 रुपये प्रति 10 ग्राम
02 फरवरी, 2022- 58,882 रुपये प्रति 10 ग्राम
03 फरवरी, 2022- 57,788 रुपये प्रति 10 ग्राम
बीते एक सप्ताह में कितना बदला चांदी का रेट
30 जनवरी, 2022- 68,149 रुपये प्रति किलोग्राम
31 जनवरी, 2022- 67,671 रुपये प्रति किलोग्राम
01 फरवरी, 2022- 69,445 रुपये प्रति किलोग्राम
02 फरवरी, 2022- 71,576 रुपये प्रति किलोग्राम
03 फरवरी, 2022- 69,539 रुपये प्रति किलोग्राम
Budget 2023: बजट से जेम्स और ज्वेलरी इंडस्ट्री निराश
जेम्स और ज्वेलरी इंडस्ट्री ने बुधवार को कहा कि वह वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट से निराश है क्योंकि सरकार ने कस्टम ड्यूटी 10 फीसदी पर बरकरार रखा है. उनका मानना है कि इससे कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा. ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल (GJC) के अध्यक्ष संयम मेहरा ने कहा कि केंद्रीय बजट 2023-24 में जेम्स एंड ज्वेलरी इंडस्ट्री की महत्वपूर्ण चिंताओं को दूर नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘एक ओर जहां प्रयोगशाला में विकसित कच्चे हीरे और मशीनों के विकास के लिए एक आईआईटी को आरएंडडी अनुदान प्रदान किया जाएगा, वहीं सोने पर कस्टम ड्यूटी में कमी करने जैसे मुद्दों सहित इस इंडस्ट्री के अन्य क्षेत्रों को नजरअंदाज कर दिया गया है. यह गंभीर रूप से जेम्स एंड ज्वेलरी इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचाएगा और कालाबाजारी को बढ़ावा देगा.’’