मिस्र (Egypt) के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी (Abdel Fattah El-Sisi) गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह में शामिल होने के लिए भारत पहुंच चुके हैं. कल यानी मंगलवार को राष्ट्रपति (Egypt President Abdel Fattah El-Sisi) सिसी अपनी राजकीय यात्रा पर भारत आए. वो गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे. साथ ही उनकी कई अहम बैठकें भी होंगी. आज यानी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ उनकी महत्वपूर्ण बैठक होगी. भारत और मिस्र कृषि, साइबर सुरक्षा, रक्षा, व्यापार, पर्यटन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में एक दूसरे के सहयोगी हैं.
मिस्र राष्ट्रपति सिसी कल यानी मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे. जहां राज्य मंत्री (विदेश) राजकुमार रंजन सिंह ने उनकी अगवानी की. सिसी के भारत पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी का भारत में गर्मजोशी से स्वागत है. हमारे गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आपकी भारत की ऐतिहासिक यात्रा सभी भारतीयों के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है.’
कई समझौतों पर लग सकती है मुहर
गौरतलब है कि राष्ट्रपति सिसी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने वाले मिस्र के पहले राष्ट्रपति होंगे. सिसी की भारत के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व के साथ बैठकें होनी हैं. दोनों पक्षों के राजनयिकों द्वारा कम से कम छह समझौतों को अंतिम रूप दिया जा सकता है.
इसके पहले सिसी ने अक्टूबर 2015 में तीसरे भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए और सितंबर 2016 में राजकीय यात्रा पर भारत का दौरा किया था. इस वर्ष मिस्र के राष्ट्रपति के लिए यह आमंत्रण बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. खासतौर पर जब पिछले साल जून में भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद मुस्लिम-बहुसंख्यक देशों के साथ भारत के संबंधों को लेकर चर्चा जोरों पर रही. मिस्र अरब दुनिया के उन कुछ देशों में से एक था जिसने आधिकारिक तौर पर विवादास्पद टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं दी थी.
व्यापारिक संबंधों में आई है मजबूती
आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत और मिस्र के बीच द्विपक्षीय व्यापार ने 7.26 बिलियन डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की. मिस्र को 3.74 बिलियन डॉलर के भारतीय निर्यात और भारत द्वारा 3.52 बिलियन डॉलर मूल्य के आयात के साथ व्यापार काफी संतुलित था. 50 से अधिक भारतीय कंपनियों ने रसायन, ऊर्जा, कपड़ा, परिधान, कृषि-व्यवसाय, खुदरा सहित मिस्र की अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 3.15 बिलियन डॉलर का निवेश किया है.