रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह दुर्ग जिले के ग्राम अमेलवश्वर में छत्तीसगढ़ राज्य योग आयोग और समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित सात दिवसीय संभाग स्तरीय मास्टर ट्रेनर योग प्रशिक्षण शिविर के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए, इस शिविर में रायपुर एवं दुर्ग संभाग के दस जिलों से 400 योग प्रशिक्षाणर्थियों ने हिस्सा लिया और पिछले सात दिनों में योग की बारीकियां, उसके लाभ भी सीखें। यह सभी मास्टर ट्रेनर एक अभियान के तहत अब ग्राम पंचायत स्तर पर योग को लोगों तक पहुंचाएंगें। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आंसदी से संबोधित करते हुए कहा कि यह खुशी का अवसर है, महत्वपूर्ण अभियान की शुरूआत हो रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ योग आयोग की स्थापना जिस संकल्प के साथ की गई थी, आयोग उस दिशा में आगे बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ की मिट्टी में वह संस्कार है कि यहां के लोग जिस काम को हाथ में लेते है, उसे परिणाम तक पहुंचाते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी मास्टर ट्रेनर इस प्रशिक्षण से योग सीखकर अधिक से अधिक लोगों तक उसे पहुंचाएंगे। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जिस प्रकार छत्तीसगढ़ ने पीडीएस, धान खरीदी और कौशल उन्नयन के क्षेत्र में पूरे देश में आदर्श स्थापित किया है, छत्तीसगढ़ के मॉडल को अन्य राज्य भी अपना रहे हैं, उसी प्रकार योग को भी अतिंम व्यक्ति तक पहुंचाने में छत्तीसगढ़ देश में एक नया मॉडल के रूप में प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि हम निश्चित ही उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और आशा है कि 26 जनवरी 2018 तक छत्तीसगढ़ के 20 हजार गांव में योग को पहुंचाकर देश में सामने उदाहरण प्रस्तुत करेंगे और एक नया विश्व रिकार्ड बनाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग प्राचीन काल से ही हमारी जीवनशैली में शामिल है। प्राचीन समय में ऋषि पतंजलि सहित ने अनेक मुनियों ने योग को हमारे जीवन दर्शन के रूप प्रस्तुत किया है। आधुनिक जीवन शैली में हमने इसे भूला दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग हमारे डीएनए में है और उसे सुसुप्त अवस्था से जागृत करने के लिए प्रयास और जनचेतना की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने बाबा रामदेव को याद करते हुए कहा कि योग को जन-जन तक पहुंचाने में बाबा रामदेव का प्रमुख योगदान है। उसी तरह योग को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी को जाता है। प्रधानमंत्री के प्रयासों से ही 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पूरे विश्व में 21 जून को योग दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी योग के कारण ही ऊर्जा से भरे रहते हैं और नवरा़त्र में निर्जला उपवास रहते हुए 16 घंटे तक काम करते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए ऐसे प्रशिक्षण शिविर से सकारात्मक नेटवर्क तैयार होगा। नेटवर्क में शामिल योग कार्यकर्ता पंचायत स्तर जाकर लोगों को योग में प्रशिक्षित करेगे और छत्तीसगढ़ को मॉडल के रूप स्थापित करेगे। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने कहा कि योग से लोगो को जोड़ने का प्रयास प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शुरू किया है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की अवधारण को संयुक्त राष्ट संघ में सहमति से फलीभूत कर प्रधानमंत्री ने भारत के प्राचीन संस्कार योग को अंतर्राष्टीय पहचान दिलाई दी है। श्रीमती साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में योग आयोग का गठन स्वस्थ छत्तीसगढ़ निरोगी छत्तीसगढ़ के सपने को पूरा करेगा। जन जन तक योग को लोक्रप्रिय बनाकर छत्तीसगढ़ गौरान्वित करेगा। छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष श्री संजय अग्रवाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर मुख्यमंत्री डॉ सिंह को देश का पहला योग आयोग के गठन के लिए अभिनंदन पत्र भी भेंट किया गया। साथ ही सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह दिया गया। कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग के संचालक डॉ संजल अलंग, दुर्ग कलेक्टर उमेश कुमार अग्रवाल, योग आयोग के सचिव डॉ एम.एल पांडेय, योग आयोग के सदस्य त्रलोक चन्द्र साहू, डॉ रवि श्रीवास, हाटफूलनेस संस्था के प्रभारी दीपक त्यागी, ब्रहाकुमारी संस्था की प्रतिनिधि बहन मंजू सहित लगभग 400 योग प्रशिक्षाणार्थी भी उपस्थित थे।
योग को गांव-गांव तक पहुंचाने छत्तीसगढ़ बनेगा मॉडल स्टेट: डॉ. रमन सिंह
संभाग स्तरीय मास्टर ट्रेनर योग प्रशिक्षण शिविर में हुए शामिल मुख्यमंत्री