केंद्र सरकार 1 फरवरी, 2023 को यूनियन बजट (Union Budget) पेश करने की तैयारी कर रही है. यह बजट मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट होगा. कोरोना महामारी के बाद भारत की घरेलू इकोनॉमी की हालत काफ़ी सुधरी है और अब ये अच्छी स्थिति में है. हालांकि ग्लोबल स्तर पर अभी भी इकोनॉमी में सुस्ती दिखाई दे रही है जिसका असर भारत के विदेशी व्यापार संतुलन पर पड़ सकता है.
फिलहाल भारत की इकोनॉमी G20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है. घरेलू मार्केट में इनफ्लेशन में कमी आ रही है. इससे रिज़र्व बैंक द्वारा लगातार इंटरेस्ट रेट में की जा रही बढ़ोतरी भी थम सकती है. आगामी बजट से सभी को कई तरह की उम्मीदें हैं. आइए जानते हैं वित्त वर्ष 2023-24 के लिए यूनियन बजट तैयार करने वाली टीम के बारे में, जो वित्तमंत्री के साथ मिलकर इन चुनौतियों का सामना करेगी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. इससे पहले वे रक्षा और वाणिज्य मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं. आगामी बजट सीतारमण का चौथा यूनियन बजट होगा. कोरोना महामारी के समय उन्होंने देश की इकोनॉमी को संभालने के लिए कई कदम उठाए हैं. इस बजट में उनके सामने देश की इकोनॉमिक की रिकवरी को तेज करने, कर्ज के बोझ में कमी लाने और राजकोषीय घाटा कम करने जैसी बड़ी चुनौतियां हैं
टीवी सोमनाथन
फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं. 2015-2017 के बीच वह प्रधानमंत्री कार्यालय में रह चुके हैं. फिलहाल वे वित्त मंत्रालय में व्यय विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. इससे पहले वे कंपनी मामलों के मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं. सोमनाथन अपने साथियों के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं.