उत्तर कोरिया ने रविवार को कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी तट की ओर एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है. यह जानकारी दक्षिण कोरिया की सेना की ओर से आई है. आए दिन मिसाइल परीक्षणों से उत्तर कोरिया की 2017 के बाद से अपने पहले परमाणु परीक्षण के लिए तैयार होने की आशंकाएं और बढ़ने लगी हैं.
उत्तर कोरिया ने इससे पहले भी एक मिसाइल का परीक्षण किया था और इसके कुछ ही दिनों बाद उसने वापस ऐसा कदम उठाया. विशेषज्ञों ने कहा कि उत्तर कोरिया एक नया रणनीतिक हथियार विकसित करना चाहता है और अपने परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को गति देना चाहता है इसलिए उसने बैलिस्टिक मिसाइलों के तेज परीक्षण और अधिक मोबाइल लॉन्च की अनुमति दे दी है.
परीक्षण, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की देखरेख में हुआ था. गुरुवार को उत्तर कोरिया के सोहे सैटेलाइट लॉन्चिंग ग्राउंड में आयोजित किया गया था, जिसका उपयोग रॉकेट इंजन और अंतरिक्ष प्रक्षेपण वाहनों सहित मिसाइल प्रौद्योगिकियों का परीक्षण करने के लिए किया गया है. अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया ने इस वर्ष अभूतपूर्व संख्या में मिसाइल परीक्षण किए हैं, जिसमें ICBM भी शामिल है जो अमेरिका की मुख्य भूमि तक आसानी से पहुंचने में सक्षम है.