अगर आप भी सुकन्या समृद्धि योजना (SSY,) पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) और किसान विकास पत्र (KVP) जैसी छोटी बचत योजनाओं में पैसा लगाते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. इस साल भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में भारी वृद्धि करने के बाद उम्मीद की जा रही है कि सरकार छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें बढ़ा सकती है. रेपो रेट में आरबीआई साल 2022 में पांच बार में 225 आधार अंक यानी 2.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है. बीते हफ्ते ही केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी.
सरकार को छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में साल 2022 के अंत में संसोधन करना है. सरकार जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के लिए ब्याज दरों को निर्धारित करेगी. छोटी बचत योजनाओं का मकसद आम लोगों को बचत के लिए प्रोत्साहित करना है. छोटी बचत योजनाओं की तीन श्रेणियां-बचत योजना, सामाजिक सुरक्षा योजना और हर महीने वाली कमाई की योजना हैं.
ये हैं छोटी बचत योजनाएं
बचत योजना श्रेणी में 1-3 साल की टाइम डिपॉजिट और 5 साल की रेकरिंग डिपॉजिट शामिल हैं. इसके अलावा सेविंग सर्टिफिकेट जैसे नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) और किसान विकास पत्र भी इसमें शामिल हैं. सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम शामिल हैं. मंथली इनकम सेविंग में मासिक आय योजना शामिल है.
पिछली बार बढ़ी थी ब्याज दरें
छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में हर तिमाही संसोधन होता है. चालू तिमाही के लिए सरकार ने किसान विकास पत्र (KVP), सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, मंथली इनकम योजना और 2 से 3 साल तक की बचत योजनाओं के ब्याज में 10-30 आधार अंक यानी 0.10 से लेकर 0.30 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. वहीं, पीपीएफ, सेविंग स्कीम, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था.
अभी इतना मिल रहा है ब्याज
पोस्ट ऑफिस सेविंग डिपॉजिट पर सालाना 4 फीसदी ब्याज मिल रहा है. 1 साल की टाइम डिपॉजिट पर 5.5 फीसदी तो 2 साल की डिपॉजिट पर 5.7 फीसदी ब्याज मिल रहा है. वहीं, 3 साल के टाइम डिपॉजिट पर फिलहाल 5.8 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है. 5 साल की FD पर 6.7 फीसदी ब्याज मिल रहा है. पांच साल की रेकरिंग डिपॉजिट (RD) पर 5.8 फीसदी ब्याज निवेशकों को मिल रहा है. राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) और सुकन्या समृद्धि योजना में जिन निवेशकों ने निवेश किया है उन्हें क्रमशः 6.8 प्रतिशत और 7.6 प्रतिशत का ब्याज दिया जा रहा है. पीपीएफ में लगाए पैसे पर 7.1 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है.