स्विटजरलैंड की कृषि रसायन कंपनी सिंजेंटा ने फसल पर कीट या रोग के हमले की पहचान करने के लिए अपने मोबाइल ऐप में एक फीचर पेश किया है. कंपनी ने बयान में कहा कि इस साल अगस्त में पेश हुए उसके फसलवार ‘ग्रोवर ऐप’ में नया फीचर ‘क्रॉप डॉक्टर’ पेश किया है. सिंजेंटा इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) और कंट्री प्रमुख सुशील कुमार ने कहा कि वैश्विक स्तर पर किसानों को जलवायु परिवर्तन, मिट्टी के कटाव और जैव विविधता के नुकसान सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि नया जोड़ा गया फीचर किसानों के लिए बहुत मददगार होगा.
जानिए कैसे करेगा काम
सिंजेंटा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के किसान केंद्रित पारिस्थितिकी तंत्र के प्रमुख सचिन कामरा ने कहा,”किसानों को इस फीचर का उपयोग करने के लिए केवल ग्रोवर ऐप से एक फोटो क्लिक करने की जरूरत है. क्रॉप डॉक्टर कीटों या बीमारियों की पहचान करेगा और उपयोग किए जाने वाले सिंजेंटा उत्पादों के बारे में जानकारी देगा.”
आएगी कई अपडेटेड टेक्नालॉजी
अंतरराष्ट्रीय कंपनी सिंजेंटा बीज के चुनाव से लेकर कटाई तथा मार्केटिंग तक के लिए अपडेटेड टेक्नालॉजी ला रही है, जिसमें सेटेलाईट ड्रोन का उपयोग किया जायेगा. भविष्य की तकनीक पर भी काम कर रही है. जिसमें कम्प्यूटर तकनीक का उपयोग होगा. जैसे पेस्टीसाइड का छिडक़ाव होता है, तो कम्प्यूटर नियंत्रित प्रणाली से केवल खरपतवार पर ही छिडक़ाव होगा. यह एक मेकेनाइज्ड सिस्टम होगा.
ड्रोन से कर सकते हैं फसल की देख रेख
हाल ही में सिंजेंटा ने भारत सरकार से अनुमति मिलने के बाद ड्रोन के माध्यम से पेस्टीसाइड स्प्रे की सुविधा किसानों के लिए प्रारंभ की है. इसके लिये जिस ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं, उसमें 16 लीटर का टैंक लगा है. ड्रोन तकनीक के कई लाभ हैं. उस पर कैमरा लगाकर पूरे खेत में फसल की स्थिति देखी जा सकती है. किसी क्षेत्र की फसल में समस्या है, तो देख सकते हैं. इससे किसान नुकसान से बच सकता है.