बहुचर्चित श्रद्धा मर्डर केस का आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का दिल्ली पुलिस साइको एनालिसिस टेस्ट भी करा सकती है. सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद पुलिस मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों की एक टीम गठित कर सकती है ताकि परीक्षण से पुलिस को उसकी मानसिक स्थिति, उसके द्वारा किए गए क्रूर अपराध की प्रकृति और उसके साथ श्रद्धा के संबंधों के बारे में पता चल सके. हालांकि यह परीक्षण अदालत में साक्ष्य के रूप में स्वीकार्य नहीं है, लेकिन यह पुलिस को अन्य सबूतों जैसे कि मेडिकल और ऑटोप्सी रिपोर्ट, पुलिस द्वारा उनके फोन से प्राप्त संदेशों के विश्लेषण में मदद मिल सकती है.
बता दें कि श्रद्धा वाकर हत्याकांड की जांच जल्द ही सीबीआई को सौंपी जा सकती है. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस कदम पर विचार किया जा रहा है ताकि मामले की जल्द से जल्द और बेहतरीन तरीके से जांच की जा सके. मंगलवार को सीबीआई की फॉरेंसिक टीम ने दक्षिणी दिल्ली के वन क्षेत्र से बरामद 10 संदिग्ध मानव शरीर के अंगों की जांच की, जिसका मिलान श्रद्धा के पिता के डीएनए से किया जाएगा.
बता दें कि 18 मई को आफताब अमीन पूनावाला ने कथित तौर पर अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या कर दी थी. दोनों के बीच बहस हुई और पूनावाला ने अपने हाथ से उसका मुंह बंद करने की कोशिश की. बाद में उसने कथित तौर पर उसका गला घोंट दिया और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काट डाला. हत्या के बाद आरोपी ने 300 लीटर का नया फ्रिज लिया, जिसमें श्रद्धा के कटे हुए अंगों को रखा हुआ था. आफताब रोज रात को दो बजे दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जाकर इन टुकड़ों को ठिकाने लगाता रहा. श्रद्धा को आफताब से प्यार था, वह उसके साथ हमेशा रहना चाहती थी, शादी करना चाहती थी, लेकिन दोनों के रिश्ते खराब होने लगे थे. पुलिस ने बताया कि उसने दुर्गंध को दबाने के लिए अगरबत्ती और रूम फ्रेशनर का भी इस्तेमाल किया. हर रात करीब दो बजे आफताब एक बैग में कुछ टुकड़ों को लेकर जंगल जाता था और करीब दो घंटे बाद लौटता था. ऐसा उसने 20 दिनों तक किया.