वैश्विक मंच पर भारत की पकड़ बढ़ती जा रही है. इस बार भारत को जी 20 देशों का नेतृत्व करने का अवसर मिल रहा है. एक दिसंबर से भारत जी 20 देशों की अध्यक्षता करेगा; और यह मौका भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण मुद्दों में वैश्विक एजेंडे में योगदान का अवसर प्रदान करेगा. भारत की मेजबानी में पहली बैठक का गौरव राजस्थान के उदयपुर को मिलने जा रहा है. उदयपुर से ही वैश्विक एजेंडों पर चर्चा शुरू होगी.
जी 20 देशों की आगामी एक साल तक होने वाली बैठकों को शेरपा और फाइनेंस ट्रैक में विभाजित किया गया है. उदयपुर में शेरपा बैठक में रोजगार, स्वास्थ्य, डिजिटल अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश और उद्योग, पर्यावरण और जलवायु, उर्जा, भ्रष्टाचार विरोधी, कृषि, महिला सशक्तिगण, पर्यटन और संस्कृति के विषय पर चर्चा होगी. बैठक की तैयारियां जोरों पर हैं. विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने राजस्थान के आला प्रशासनिक अधिकारियों सहित उदयपुर के अधिकारियों को तैयारियां पुरी करने के लिये निर्देशित कर दिया है.
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव नगराज नायडू के अनुसार, उदयपुर में पहली बैठक आयोजित होनी है, ऐसे में यहां की तैयारियों से भारत की साख जुड़ी रहेगी. विदेश मंत्रालय के अधिकरियों ने स्थानीय अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देशित भी किया और कहा कि उदयपुर को जी 20 देशों की बैठक के दौरान पूरी दुनिया के सामने नजीर पेश करनी है.
उदयपुर जिला प्रशासन भी उदयपुर को अंतरराष्ट्रीय मेहमानों के लिये सजाने की तैयारी कर रहा है. शहर की सभी सड़कों को 30 नवंबर तक दुरूस्त करने के लिये युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है तो वहीं सड़कों के किनारें की दीवारों पर भी आकर्षक पेंटिंग बनाई जा रही है जो राजस्थान की संस्कृति से जी 20 देशों के प्रतिनिधियों को रूबरू कराएगी.
इसके साथ ही विदेश मंत्रालय की टीम ने बैठकों से जुडे सभी स्थानों सहित प्रतिनिधियों के घूमने के स्थानों का भी चयन कर लिया है. जी 20 देशों के प्रतिनिधियों की यह बैठक सिटी पैलेस स्थित दरबार हॉल में आयोजित होगी. उदयपुर रेंज के आईजी प्रफुल्ल कुमार के अनुसार, तीन दिन तक शहर में सुरक्षा की भी विशेष व्यवस्था रहेगी. उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने बताया कि यहां आने वाले विदेश मेहमानों को देशी स्वाद चखाने की भी व्यवस्थाएं की गई है.