आरबीआई की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद बैंकों ने भी ब्याज दरों में इजाफा शुरू कर दिया है. लोन पर ब्याज दर बढ़ने के अलावा बैंक जमा पर भी ब्याज दरों में इजाफा होने लगा है. इस बीच प्राइवेट सेक्टर के प्राइवेट सेक्टर के एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी (FD) पर मिलने वाले ब्याज की दरों में बढ़ोतरी की है.
एक्सिस बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम की एफडी के लिए ब्याज दरों को बढ़ा दिया है. बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, नई दरें 5 नवंबर, 2022 से लागू हो चुकी हैं. बैंक ने 46 दिनों से लेकर 10 साल तक की मैच्योरिटी वाली जमाओं पर ब्याज दरों में 115 बीपीएस तक की बढ़ोतरी की है. एक्सिस बैंक अब 7 दिनों से 10 सालों में मैच्योर होने वाली जमा पर आम जनता के लिए 3.50% से 6.50% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 3.50% से 7.25% तक ब्याज दरों की पेशकश कर रहा है. 3 से 10 साल के बीच मैच्योरिटी वाली जमाओं पर अब वरिष्ठ नागरिकों के लिए अधिकतम ब्याज दर 7.25% और आम जनता के लिए 6.50% होगी.
एक्सिस बैंक की नई एफडी दरें
7 दिनों से 45 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर 3.50% की ब्याज दर की पेशकश जारी रहेगी, लेकिन 46 दिनों से 60 दिनों में मैच्योर होने वाली जमा पर बैंक ने ब्याज दर को 3.50% से बढ़ाकर 4% कर दिया है. 61 दिनों से 3 महीने में मैच्योर होने वाली जमा राशियों पर अब 4.50% की ब्याज दर की पेशकश की जाएगी. 3 महीने से 6 महीने में मैच्योर होने वाली जमा राशियों पर अब 4.50% की ब्याज दर दी जाएगी. एक्सिस बैंक ने 6 महीने से 9 महीने में मैच्योर होने वाली जमा पर ब्याज दर 50 बीपीएस से बढ़ाकर 5.50% कर दी है और 9 महीने से 1 साल में मैच्योर होने वाली जमा पर ब्याज दर 75 बीपीएस बढ़ाकर 5.75% कर दी है.
RBI ने लगातार चौथी बार रेपो रेट बढ़ाई है
देश में बढ़ती महंगाई रोकने के लिए आरबीआई ने लगातार चौथी बार रेपो रेट बढ़ाई है. अब रेपो रेट 5.90 फीसदी तक पहुंच गई है. बीते 30 सितंबर को आरबीआई की एमपीसी की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि लगातार चौथी बार रेपो रेट में 0.50 फीसदी का इजाफा किया जाएगा. अब रेपो रेट 5.40 फीसदी से बढ़कर 5.90 फीसदी कर दिया गया है. इससे पहले, मई में 0.40 फीसदी वृद्धि के बाद जून और अगस्त में 0.50-0.50 फीसदी की वृद्धि की गई थी.
फिक्स्ड डिपॉजिट की दरों को बढ़ा चुके हैं कई बैंक
उल्लेखनीय है कि हाल ही में आरबीएल बैंक, एक्सिस बैंक, सीएसबी बैंक लिमिटेड, कोटक महिंद्रा बैंक, केनरा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक आदि भी अपनी-अपनी एफडी दरों को बढ़ा चुके हैं. दरों में बढ़ोतरी का ये सिलसिला आरबीआई के द्वारा रेपो रेट्स में बढ़ोतरी के बाद शुरू हुआ है.