राम नगरी अयोध्या की सुरक्षा हमेशा खतरे में रहती है. यहां पर सतर्कता तब और बढ़ा दी जाती है, जब कोई विशेष अवसर होता है. रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था मेले के दोखते हुए सख्त कर दी गई है. संपूर्ण 14 कोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एसडीआरएफ पीएसी आरपीआरएफ सिविल पुलिस और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है.
बता दें कि कार्तिक माह के पूरे महीने अयोध्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना आम दिनों से ज्यादा रहता है. कल्पवासी राम नगरी में रहकर कल्पवास करते हैं. इसके अलावा अक्षय नवमी के पुण्यतिथि पर भगवान राम की नगरी के सांस्कृतिक सीमा 14 कोस की परिक्रमा करते हैं. देवोत्थान एकादशी को भगवान राम के मंदिर यानी कि 5 कोस की परिक्रमा की जाती है और फिर पूर्णिमा के साथ कार्तिक मेले का समापन होता है.
इसके अलावा सेक्टर मजिस्ट्रेट और अन्य मजिस्ट्रेट भी संपूर्ण मेला क्षेत्र में तैनात हैं. संपूर्ण मेला क्षेत्र की निगरानी ड्रोन कैमरे से की जा रही है. अयोध्या की सख्त सुरक्षा व्यवस्था की कमान खुद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संभाले हुए हैं. 14 कोस परिक्रमा मार्ग पर निरीक्षण कर सुरक्षा का लगातार जायजा ले रहे हैं. इस दौरान सीनियर एसएसपी श्रद्धालुओं से भी वार्ता करते हुए देखे गए हैं.
न्यूज 18 से खास बातचीत में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया कि लाखों की संख्या में श्रद्धालु परिक्रमा पथ पर आए हैं और उनकी सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं. घाटों पर बड़ी संख्या में लोग स्नान कर रहे हैं जिस को ध्यान में रखते हुए जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम लगी हुई है. मेला क्षेत्र में आरएफ और पीएससी के साथ-साथ सिविल पुलिस लगी हुई है.