सिंगापुर के पहले रक्षा प्रमुख एवं राजदूत ब्रिगेडियर-जनरल (बीजी) कृपा राम विज का निधन हो गया है. वह 87 वर्ष के थे. विज ने शनिवार को अंतिम सांस ली. उनकी मौत से घरवालों और पूरे देश को गहरा सदमा पहुंचा है. उनके परिवार में पत्नी, तीन बच्चे और पांच नाती-पोते हैं. विज का जन्म 1937 में हजारा जिले (अब पाकिस्तान) में हुआ था. विज ने 1974 से 1979 तक मिस्र में सिंगापुर के राजदूत के रूप में भी सेवाएं दीं. उन्होंने पाकिस्तान, यूगोस्लाविया, लेबनान और इथियोपिया में भी अपनी सेवाएं दीं.
विज 1966 में रक्षा मंत्रालय में शामिल हुए और उन्होंने सिंगापुर सशस्त्र बल प्रशिक्षण संस्थान (एसएएफटीआई) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. विज को युवाओं को दिए जाने वाले युद्ध प्रशिक्षण की निगरानी के लिए अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इजराइल भेजा गया था. जिसके बाद सिंगापुर ने राष्ट्रीय सेवा के इजराइली मॉडल को अपनाया. युवकों के लिए यह प्रशिक्षण लेना यहां अनिवार्य है. विज ने 1970 से 1974 तक ‘जनरल स्टाफ’ के निदेशक के रूप में सेवाएं दीं. वह 1974 में सिंगापुर सशस्त्र बलों (एसएएफ) से सेवानिवृत्त हुए. इसके बाद 1981 से 1995 तक ‘शिपिंग ग्रुप नेप्च्यून ओरिएंट लाइंस’ में कई वरिष्ठ पदों पर उन्होंने सेवाएं दीं.
न्यूज चैनल एशिया ने रविवार शाम को विज के निधन की जानकारी दी. उनके परिवार ने कहा, ‘‘हम हमेशा उनकी उपलब्धियों और देश व समुदाय के लिए उनके बहुमूल्य योगदान को याद रखेंगे. उन्होंने कई लोगों को प्रभावित किया. उनका विनम्र व कृपालु व्यवहार हमेशा हमें प्रेरित करेगा.’’ रक्षा प्रमुख लेफ्टिनेंट-जनरल मेल्विन ओंग ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि विज के निधन से उन्हें ‘‘गहरा दुख’’ पहुंचा है.